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हाय फ्रेंड्स, मैं 2006 से भीलवाड़ा राजस्थान में जॉब कर रहा हूँ पर मूलतः मैं हरियाणा का हूँ। मेरा कद 6′ है रंग एकदम साफ़ है.. बॉडी स्लिम फिट है और शक्ल से भी बुरा नहीं लगता हूँ।
बात शुरू होती है 2006 से.. जब मेरी जॉब भीलवाड़ा में लगी थी। जिधर मेरी जॉब थी उधर हम काफ़ी लड़के थे और 5 लड़कियाँ भी थीं.. जिनमें से एक शीला थी.. जो शादीशुदा थी।
शुरुआत में हम सब ट्रेनिंग पर चले गए, वापिस आने पर सबकी पोस्टिंग अलग-अलग जगह हो गई।
मैं काफ़ी शर्मीला था.. उस वक्त मेरी उम्र 19 साल की थी। जब हम सभी आपस में मिलते तो मैं कभी लड़कियों से बात नहीं करता था, उनसे हमेशा दूर-दूर ही रहता था।
उन लड़कियों के कइयों के साथ चक्कर चलने की अफवाहें उड़ीं.. पर मैं सबसे दूर अलग रहता था। लेकिन मन ही मन में मैं शीला को कई बार चोद चुका था।
तभी मेरी पोस्टिंग रूरल एरिया में हो गई, मैं वहाँ चला गया।
यह बात 2007 की है.. जब शीला की पोस्टिंग मेरे साथ ही इस गाँव में हो गई।
मैंने बहुत दिनों बाद उसे देखा था.. तो मैं देखता ही रह गया। एक 5 साल के बच्चे की माँ होने के बावजूद उसका गजब का शारीरिक कटाव था। उसका रंग तो हल्का दबा हुआ था मगर फिगर बहुत ही मस्त थी।
मैं ऑफिस वर्क में अच्छा था.. तो बॉस ने मुझे फील्ड के बजाए ऑफिस वर्क में रखा था। शीला को भी बॉस ने ऑफिस वर्क सिखाने के लिए मुझे कहा था।
अब से पहले कभी हमारी आपस में बात नहीं हुई थी.. मगर हम एक-दूसरे को जानते थे। धीरे धीरे हमारी आपस बात होने लगी लेकिन बातचीत से आगे बढ़ने की मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी। शीला का लड़का उसके साथ रहता था.. मगर उसका पति अलवर में टीचर था.. जो कभी कभी ही आता था।
ऐसे करते-करते लगभग 8 महीने गुजर गए लेकिन नॉर्मल बातों के अलावा हमारे बीच कुछ नहीं हुआ। उसका पति जब आता तो मैं उससे ज़रूर मिलता।
मैं लगभग डेली ड्रिंक करता था.. जिसका शीला को भी पता था। मैंने उसके पति के साथ भी उसके क्वॉर्टर पर भी ड्रिंक की थी। क्वॉर्टर सरकार से मिले थे।
यह बात शायद जुलाई 2008 की है.. जब एक रात मैंने शराब के नशे में शीला के मोबाइल पर 2-3 मैसेज कर दिए और मैं सो गया। मैसेज मैंने जानबूझ कर किए थे।
सुबह मेरी गांड फटी कि अगर उसने हल्ला कर दिया तो फिर क्या होगा। मैं डरता हुआ ऑफिस गया.. और जैसे ही वो ऑफिस में आई.. मैंने उससे कहा- एक बात कहनी है। वो बोली- कहो.. तो मैंने कहा- सॉरी.. रात को आपको ग़लती से मैसेज हो गया.. मैं तो किसी और को भेज रहा था.. उसका नम्बर आपके नम्बर के पास ही सेव है और वो आपके ही नाम की है.. जो मेरे गाँव में रहती है।
मैंने अपना मोबाइल उसको दिखाया.. जिसमें उसके और मेरी एक्स गर्लफ्रेंड जो वास्तव में गाँव में थी। हालांकि उसकी शादी हो चुकी थी। शीला मान गई और बोली- कोई बात नहीं हो जाता है।
इस प्रकार हमारी बातचीत नॉर्मल चलती रही।
एक महीने बाद में छुट्टियों में मेरे गाँव गया.. तब मेरी वो गर्ल फ्रेंड आई हुई थी। रात में मैं उससे मैसेज से बात कर रहा था.. तो वो थोड़ा भाव खा रही थी। मैं उसको मनाने के लिए एक रोमांटिक मैसेज सेंड करने लगा और वो मैसेज ग़लती से शीला के पास चला गया।
थोड़ी देर बाद शीला का रिप्लाई मैसेज आया- अच्छा ये बात.. तो मेरी गांड फट गई.. मैंने सोचा कि ये क्या हो गया।
सुबह मैंने हिम्मत करके शीला को फोन करके फिर से सॉरी बोला.. तो उसने कहा- कोई बात नहीं। फिर मैं वापिस ऑफिस आ गया और वो ही नॉर्मल बातें शीला से होने लगीं। मैं शीला को चोदना चाहता था.. पर हिम्मत नहीं हो रही थी। उसका रिप्लाई भी आया.. पर मैं फिर वही पुरानी बात दोहरा बैठा।
इस बार शीला का लड़का भी उसके पति के साथ चला गया।
शीला के साथ चुदाई करने की मेरी लालसा अभी परवान चढ़ती कि इस बीच मेरी सगाई भी हो गई।
असली कहानी अब शुरू होती है।
पांच अक्टूबर को जब मेरे पुराने बॉस का तबादला हुआ और उनके स्थान पर एक नया बॉस आया। इसके बारे में सुना था कि यह बहुत खड़ूस है.. जबकि जाने वाला बॉस निहायत ही शरीफ और बुजुर्ग आदमी था।
उस दिन शाम को स्टाफ की तरफ से खाने-पीने का प्रोग्राम रखा गया। हमारे ऑफिस के पीछे ही 8-10 स्टाफ क्वॉर्टर्स थे.. जिनमें फैमिलीज रहती थीं। खाने में उस दिन दाल-बाटी चूरमा और खीर बनाई गई थी।
मैं वहाँ पर सबसे कम उम्र का और अविवाहित था.. तो मैं सब महिलाओं को ‘भाभी’ कहता था। मैं और शीला पहले सब लेडीज और बच्चों को खाना खिला रहे थे। वहाँ से फ्री होकर मैं अपने साथियों के साथ ऑफिस के पास ही खड़े हो कर वाइन पीने लगा।
धीरे-धीरे हम सभी ने काफ़ी मात्रा में दारू पी ली।
थोड़ी देर बाद शीला भी वहाँ आ गई और मुझसे बोली- तू जरा कम पी! मैंने कहा- आज ये लास्ट बारी है। वो बोली- क्यों? मैंने कहा- बस अब यहाँ से तबादला करवा लूँगा.. सुना है ये नया बॉस खड़ूस है। वो बोली- चलो ठीक है.. अब खाना खा लो।
मेरे काफ़ी साथी खाना खाने निकल गए और 1-2 लुढ़क भी गए थे.. क्योंकि हम सभी नए बॉस के बारे में सुन कर काफ़ी उदास से थे।
शीला वहाँ से जाने लगी तो मैं उसके पीछे चला गया। जैसे ही वो ऑफिस के पीछे क्वॉर्टर्स की तरफ को जाने लगी। उधर सामने क्वॉर्टर्स के बाहर लेडीज बैठी थीं.. जो थोड़ी दूर थीं।
मैंने शीला को पीछे से आवाज़ दी.. तो वो रुक गई और बोली- क्या है? तो मैंने उसके पास जाकर कहा- एक बात कहनी है। उसने कहा- बोलो।
मैंने झट से हिम्मत करके कहा- आई लव यू! तो वो हँस कर बोली- चल दरुए.. बकवास मत कर और जाकर खाना खा ले। वो मुड़कर चलने लगी तो मैंने कहा- फोन करूँगा।
मैं वापिस आकर छुप कर देखने लगा, वो सीधा अपने क्वॉर्टर में चली गई थी। वो किसी लेडीज के पास नहीं बैठी थी.. जबकि वो रोजाना वहाँ कुछ देर बैठती थी। फिर मैंने थोड़ा सा खाना खाया और शीला को फोन किया, मैंने वही बात फिर कही.. तो बोली- अब क्या फ़ायदा तुम तो जा रहे हो।
मैंने कहा- बस एक बार मिलना चाहता हूँ। काफ़ी नानुकर के बाद वो बोली- ओ के आ जा.. मैंने कहा- गेट खुला रखना.. मैं एक घंटे बाद सबके सोने के बाद आऊँगा।
वो कुछ नहीं बोली और फोन काट दिया। मैं एक घंटे तक इंतजार करता रहा।
मैं ऑफिस के पास ही एक कमरे में रहता था.. जिसकी खिड़की से सारे क्वॉर्टर्स नज़र आते थे। जब सब लोग सो गए कोई हलचल नहीं दिखी.. तो मैं धीरे से मेरे कमरे से निकल कर चुपचाप शीला के क्वॉर्टर के पास पहुँच बाहर का कुंडी वाला गेट धीरे से खोलकर चोरों की तरह अन्दर दाखिल हुआ और अन्दर उसके कमरे के दरवाजे को धक्का दिया तो वो बंद था।
मुझको झटका लगा.. फिर मैंने हल्के से दरवाजे पर नॉक किया तो शीला ने उठकर दरवाजा खोला और चुपचाप जाकर बिस्तर पर लेट गई।
मैं दरवाजा बंद करके उसके पास जाकर बैठा तो वो मुँह दूसरी तरफ करके सो गई। मैंने धीरे-धीरे उसके बालों में उंगलियाँ घुमाने लगा।
उसने गुलाबी मैक्सी पहन रखी थी और उसके बदन से महक आ रही थी.. जो मुझे मदहोश कर रही थी। मैंने हल्के से उसे सीधा किया तो उसके 34 साइज़ के चूचे मेरे सामने आ गए, मैं उसके मम्मों को धीरे-धीरे दबाने लगा.. वो कुछ नहीं बोली, उसके चूचे कड़क होने लगे।
मैं धीरे से शीला के ऊपर आ गया और अब उसका पूरा बदन मेरे नीचे था। मेरी धड़कनें बहुत तेज़ हो गईं क्योंकि आज से पहले कोई लड़की या औरत मेरे इतने पास नहीं रही, गर्ल फ्रेंड के साथ भी हल्की चूमा-चाटी ही हुई थी.. वो भी दिन में!
मैं काफ़ी उत्तेज़ित हो गया और मेरा 6″ का औजार मेरी पैंट फाड़ने को तैयार हो रहा था। अब मैं धीरे-धीरे शीला के होंठों को चूसने लगा.. वो भी गर्म होकर मेरा साथ देने लगी। अब मेरे हाथ उसकी मैक्सी के अन्दर जाकर ब्रा के ऊपर से उसके मम्मों का जायजा लेने लगे।
शीला की कामुक सीत्कारें निकलने लगीं। मेरे कानों से गर्म हवाएं निकलने लगीं।
वो काफ़ी गर्म हो गई और कपड़ों के ऊपर से मेरा लंड पकड़ने लगी, मैं उसकी चूत में उंगली करने लगा। शीला की चूत गीली होकर पानी छोड़ रही थी।
मेरी उंगलियाँ आसानी से अन्दर-बाहर हो रही थीं, वो बुरी तरह ‘आहें’ भर रही थी, मैंने अपने कपड़े निकाले और उसकी मैक्सी ऊपर करके ब्रा भी निकाल दी।
अब मैं उसका एक निप्पल चूसने लगा.. और दूसरे हाथ से दूसरा निप्पल चुटकियों से मसलने लगा। मेरी उंगली उसकी चूत का दाना रगड़ने लगी, वो बुरी तरह मचलने लगी और मेरा सर अपने मम्मों पर ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगी।
मुझे लग रहा था कि मेरा लंड फट जाएगा। मुझे कोई सेक्स का अनुभव नहीं था.. मगर पॉर्न मूवीज देखी थीं.. तो मैं काफ़ी आराम से कर रहा था, यह पहली बार होने से मैं कुछ जल्दी में भी था।
मैंने उसकी टाँगें चौड़ी कीं और बीच में आकर उसके ऊपर लेट गया। अब मैं अपने बेकाबू लंड को उसकी चूत में डालने की कोशिश करने लगा लेकिन लंड बार-बार फिसल रहा था।
शीला ने अपने हाथ में मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत पर सैट किया और दूसरे हाथ से मेरे कूल्हों पर दबाव डाला। अब मैंने झटका मारा तो मेरा आधा लंड ‘फ़च..’ से चूत के अन्दर घुस गया, शीला के मुँह से जोरदार सिसकारी निकली ‘आआहह.. मर गई.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… सस्सीईए..’
जोश में आकर मैंने दूसरा झटका मारा तो पूरा लंड चूत की जड़ तक अन्दर हो गया। लौड़ा चूत में ऐसे फंसा था जैसे बोतल में कॉर्क का ढक्कन फिट हो गया हो। कुछ ही पलों बाद दोनों तरफ से धकापेल चालू हो गई।
मैं कुँवारा होने और कम अनुभव के कारण और अति उत्तेजना में कुल 5 मिनट में ही झड़ गया। मेरा इतना ज्यादा पानी निकला कि शीला की चूत पूरी भर गई। उस माल की गर्मी से उसने भी मेरे साथ अपना पानी छोड़ दिया और मेरे से कस कर चिपक गई।
फिर उसने कपड़े से हम दोनों को साफ किया.. लेकिन मेरा लंड वैसे ही खड़ा था। शीला बोली- क्या बात है अभी तक खड़ा है। मैंने कहा- जिंदगी में पहली बार चूत मिली है.. ऐसे-कैसे बैठेगा।
वो हँसने लगी और मुझे बांहों में लेकर चूमने लगी।
शीला की जवानी की बाकी की कहानी में आपको लिखूंगा कि मैंने उस रात शीला का दो बार बैंड बजाया और करवा-चौथ पर कैसे उसकी चूत मारी।
अगर कहानी अच्छी लगी हो या कोई सुझाव हो जिससे मैं आगामी कहानियों में सुधार कर सकूँ.. तो मेरी ईमेल पर आपका स्वागत है। sunilbi[email protected]
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