This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: [email protected]. Starting price: $2,000
बेबी Xxx कहानी में पढ़ें कि सर्वे कंपनी के फिल्ड के काम में मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई. उसका नाम ही बेबी था. हमारी दोस्ती के बाद पहली चुदाई कैसे हुई?
दोस्तो, मैं राहुल कुरुक्षेत्र हरियाणा से हूँ. आज मैं आप सबके लिए एक मस्त सेक्सी कहानी लेकर आया हूँ. आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपने बारे में बता देता हूँ.
मैं एक दुबला पतला सा लड़का हूँ. मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच की है और लंड का साइज़ छह इंच का है. ये मेरे दुबले पतले शरीर की अपेक्षा कुछ ज्यादा ही मोटा है.
मेरी इस सेक्स कहानी की नायिका का नाम बेबी है. उसकी हाईट 5 फुट 3 इंच की है. पहले उसका फिगर 32डी-26-34 का था … मगर अब तो वो काफी भर गई है.
बेबी थोड़ी सांवली है, पर है बड़ी कड़क माल. वो एक ऐसी शै है, जिसे हर कोई अपने नीचे लेकर चोदना चाहता है. उसकी 32 डी की चूचीयां और बाहर को निकली तोप सी गांड जबरदस्त कहर बरपाती है. उसकी मादक जवानी को देख कर ही मेरे लंड का पानी निकल जाता है.
मैं सर्वे करने वाली एक कंपनी में काम करता था. उसी कम्पनी में बेबी मुझे पहली बार करनाल में मिली थी. उधर मेरा पहला सर्वे था. जब वो मुझे मिली थी, तो उसको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया था.
करनाल से मैं और मेरी टीम के साथी अलवर निकल गए. मेरे साथ बेबी भी आ गई थी. मैं उसको लाइन मारने लगा था. मेरा ये फ्लर्ट कुछ दबे छिपे तरीके से अलवर तक चलता रहा. इस बात को वो भी समझ गई थी कि ये मुझे लाइन मार रहा है.
इस सर्वे में हमारी बातचीत सिर्फ हैलो तक ही पहुंच सकी थी.
अगले सर्वे में हम दोनों हिसार में मिल गए. अब मैं उसकी पूरी केयर करने लग गया था. वो भी मेरी तरफ़ खिंचती चली आई.
उसने मुझसे सामान्य बातचीत से बोलना शुरू किया, फिर एक दूसरे के बारे में बात की और इस तरह से धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे के करीब आते चले गए.
अब तो हम दोनों सर्वे के बाद पार्क वगैरह में भी घूमने जाने लगे थे.
एक दिन ऐसे ही हम दोनों शाम के समय एक पार्क में घूम रहे थे. अन्धेरा होने लगा था. मगर वो मेरे साथ घूमते समय वापस चलने की नहीं कह रही थी.
मैंने उसका मन समझ लिया था कि ये अंधेरे में मेरे साथ सहज है और शायद कुछ चाहती भी है. मगर अब तक ये बात साफ़ नहीं थी कि वो मेरे साथ किस हद तक जा सकती थी.
कुछ देर बाद मैंने हिम्मत की और उसकी बाजू में अपनी बाजू डाल दी और साइड से उसकी 32 डी साइज़ की चूची को ऐसे दबा दी, जैसे ये बेध्यानी में हो गया हो.
मेरा हाथ जब उसके बाजू में लगा था तो यही आपत्ति करने जैसा काम था. वो मुझे उसी पल अलग कर सकती थी. लेकिन उसने कुछ भी नहीं कहा. बल्कि जब मेरी बाजू उसकी चूची से रगड़ी, तब भी उसने कुछ नहीं कहा.
इससे मेरा साहस बढ़ गया और मैं समझ गया कि लौंडिया मस्ती चाहती है.
अब मैं बार बार उसकी चूची को दबा देता, जिससे वो भी अपनी बाजू से अपनी चूची को और भी मेरे हाथ से सटा देती और उसकी चूची कुछ ज्यादा ही दब जाती.
मतलब वो इस खेल को मस्ती से फील कर रही थी. उस दिन हम दोनों ने काफी देर तक इसी तरह मजा लिया और वापस आ गए.
मेरा लंड लीक करने लगा था. कमरे पर आकर मैंने बेबी के नाम की मुठ मारी और उसकी मीठी यादों को सपने में देखता हुआ सो गया.
दो दिन बाद हमारी पूरी टीम मूवी देखने चली गई. मैं और बेबी नहीं गए. हम दोनों ने डाटा शीट तैयार करने का बहाना बना दिया.
मैंने उस दिन बेबी को प्रपोज कर दिया, उसने भी मुझे हां कर दी.
बस अब क्या बाकी रह गया था … हम दोनों गले मिल गए … हमारे बीच चूमाचाटी शुरू हो गई.
मैंने उसकी मुलायम मक्खन से चूचियों को चूसना शुरू कर दिया. अपने दांतों से निप्पलों को काट काट कर फुला दिया उसकी चूचियों पर बेबीन बना दिए. वो लगातार आह आह करती हुई मुझे अपनी चूचियों का रस पिलाए जा रही थी. आग अब दोनों तरफ लग गई थी.
हालांकि उस दिन हम दोनों सेक्स नहीं कर पाए क्योंकि हमारी टीम के दो साथी फिल्म छोड़ कर वापस आ गए थे.
फिर दो दिन बाद ही वो सर्वे का काम खत्म हो गया. हम दोनों जुदा हो गए.
अब हमारी बातें फोन पर होने लगीं. हम वीडियो कॉल भी करने लगे. वो अपनी पानी निकलती हुई चुत मुझे दिखाती, मैं उसे अपना खड़ा लंड दिखाता.
कुछ दिन बाद फिर से एक और सर्वे का काम आ गया. उसकी ट्रेनिंग करनाल में होनी थी लेकिन सर्वे का काम यूपी में था.
मैंने बेबी को करनाल बुला लिया, वो आ गई. वो काफी देर से आई थी, जिस कारण से उसको अलग से रूम नहीं मिल सका था.
उस रात को मैं किसी तरह से अपने फ्रेंड के रूम पर ले गया. उसको भी पता था कि आज उसकी चुत फटने वाली है.
उसके रूम पर आते ही मैंने उसे अपने गले से लगा लिया. वो भी मेरे सीने से ऐसे लिपट गई, जैसे न जाने कितने दिनों की चुदाई का गम भरे हुए थी.
जल्दी ही खाना आदि हुआ और हम दोनों एक ही रज़ाई में घुस गए. उन दिनों सर्दी के दिन थे, सो एक दूसरे के जिस्म की गर्मी हम दोनों को ही बेहद सुकून दे रही थी.
मैंने उसकी चूचियों को मसलना शुरू किया, तो वो भी मस्ती से मुझे अपने दूध चुखाने लगी. कुछ ही देर में वो एकदम गर्म हो गई.
मैंने उसकी कमीज़ उतार दी और उसके मम्मों को काटने लगा.
वो वासना से बोली- जानू, आज मेरी चुत की प्यास बुझा दो … आह जल्दी से अपना लंड डाल दो अन्दर … कितने दिनों से तड़पा रहे हो.
मैंने उसको पूरी नंगी कर दिया और उसकी सांवली सी चुत के अन्दर मैंने उंगली डाल दी.
चुत कुंवारी सी लग रही थी और कसी हुई थी. मेरी उंगली चुत की दरार में घुसी तो उसकी एकदम से ‘आह उई ..’ की आवाज आनी शुरू हो गई.
उसने मेरा लंड बाहर निकाल लिया और मुठ मारने लगी. बेबी बोली- आह अब जल्दी से अन्दर डाल दो … मुझसे रुका नहीं जा रहा है.
मैंने उसकी चुत चाटनी शुरू कर दी. वो एकदम मस्त हो गई और अब वो कभी अपनी कमर को ऊपर उठाती, तो कभी नीचे गिरा देती.
जल्दी ही उसकी चुत का शुरूआती नमकीन पानी निकलने लगा और मैं चुत रस पी कर मजा लेने लगा.
वो सीत्कार भरे जा रही थी- आह बस्स … आ आह जान … अब फाड़ दे ना चुत को … साले क्यों तड़पा रहा है.
मैंने अपना लंड उसके मुँह में देना चाहा वो मना करने लगी. तो मैंने कुछ नहीं कहा और अपने लंड पर थूक लगा कर उसे चिकना किया और उसकी चुत पर लंड रख कर ऊपर नीचे करने लगा.
वो लंड के स्पर्श से और भी पागल हो गई और बोली- जानू मेरी चुत फाड़ दे ना … क्यों तड़पा रहा है!
मैंने उसकी चुत की फांकों में लंड फंसाया और एक ज़ोर का झटका दे मारा. मेरा आधा लंड चुत के अन्दर चला गया.
मुझे ऐसा लग रहा था कि साली ये तो बहुत बार की चुदी हुई निकली और भैन की लौड़ी मुझसे चुत की फाड़ने की बोल रही थी.
मगर मेरा क्या था … मुझे तो चोदने के लिए चुत मिल रही थी, वो बात ही काफी थी.
मैंने उसको दस मिनट तक धकापेल चोदा और हम दोनों झड़ गए. मैं उसके ऊपर लेटा रहा.
मैंने उसे उस रात में चार बार चोदा. मेरा पहली बार था तो मेरा लंड काफी सूज गया था. मगर कुछ भी हो … साली बेबी ने चुदाई में मजा बहुत दिया था.
उस दिन सवरे 5 बजे हम सभी यूपी के लिए निकल गए. वहां पर हम सभी 4 दिन रुके.
इस दौरान मैंने और बेबी ने दो बार और सेक्स किया. फिर हम घर आ गए.
घर आने के तीसरे दिन उसका फोन आया कि वीडियो कॉल करो. मुझे लंड देखना है और चुत दिखानी है.
मैंने वीडियो कॉल लगाई तो लंड चुत दिखाने का खेल शुरू हो गया.
वो बोलने लगी- मेरी चुत को लंड चाहिए … कुछ करो यार.
मैंने अगले 10 दिनों में ही एक और सर्वे का काम ले लिया. ये सर्वे यूपी का ही ललितपुर का था और 9 दिन का सर्वे था.
वहां पर 3 टीम गई थीं. जिसमें सारे मेम्बर हज़्बेंड वाइफ वाले ही आए थे. मैं और बेबी ही अनमैरीड थे. हमको एक ही रूम मिला था.
फिर क्या था … रूम में घुसते ही मैंने उसकी पजामी नीचे से फाड़ दी और पैंटी साइड में करके उसकी चुत में लंड पेल दिया.
वो- बस्स आह आह जान … तुम्हारा लंड जब मेरी चुत में जाता है तो चुत की सारी खुजली भाग जाती है. हर वक्त मेरी चुत लंड के इंतजार में पानी छोड़ती रहती है ये तुम्हारे लंड के लिए तड़फती रहती है.
मैंने मन में सोचा कि साली भैन की लौड़ी तेरी चुत सिर्फ लंड के इंतजार में तड़फती है. मेरा लंड मिले या किसी और का लंड मिले … तुझे तो चुदवाने से मतलब है. मगर मैं बेबी की चुत चुदाई का मजा लेता रहा.
उस टाइम मैंने उसे दस मिनट तक चोदा. वो इतने में ही दो बार झड़ गई थी.
चुदाई के बाद मैंने अपने लंड का पानी उसकी चुत में ही छोड़ दिया था. उसको चुदने में बहुत मजा आया.
फिर हम दोनों फ्रेश हुए और अपना काम करना शुरू किया. इस बार पूरे नौ दिन तक हमने काम कम किया और सेक्स ज़्यादा किया. बेबी Xxx के लिए हमेशा तैयार रहती थी. मैंने इन 9 दिनों में उसकी गांड भी मार ली.
वो गांड मराते समय बोल रही थी- एक दरवाजा खुला था … जो मुझे इतना परेशान करता था, तूने अब दूसरा और खोल दिया. मैंने उसको हर एंगल से चोदा और उसकी चुत को भोसड़ा बना दिया.
अब मैं मार्केट में जाता, तो कॉल करके बोलती- जल्दी आओ, मुझे खुजली हो रही है.
एक दिन में देर तक सेक्स करने वाली टैबलेट ले आया और उस रात मैंने उसे 25 मिनट तक चोदा. उस दिन की चुदाई से उसकी पूरी बॉडी दर्द करने लगी थी जिससे उसको बुखार भी हो गया था.
इन 9 दिनों में हम दोनों हज़्बेंड वाइफ की तरह ही रहे.
अब तो वो मजे से लंड चूसने लगी थी. एक बार लंड चूसना शुरू किया तो वो खुलती चली गई.
उसने इन 9 दिनों में मुझे एक बार भी नहीं रोका. वो अगर पानी पीती तो पानी के गिलास में मेरा लंड डाल देती और दो मिनट तक उस पानी में मेरे लंड को रखती, फिर पानी पीती.
अब तो बहुत बात उसने लंड से निकलती मेरी गर्म पेशाब को भी पी लिया था. उसने मुझे भी बहुत मजा दिया और खुद भी लिया.
फिर वो सर्वे खत्म हो गया. हम दोनों घर आ गए.
बेबी की चुदाई की भूख बढ़ती ही जा रही थी.
उसने मुझे कॉल करके कहा- यार अगर मैं प्रेगनेन्ट हो गई, तो क्या करोगे … तुमने मुझे कोई गोली भी नहीं दी और ना कंडोम लगाया. मैंने उससे बोला- दवा का नाम गूगल कर ले और किसी को पर्ची पर लिख कर दे देना वो दवा स्टोर से ले आएगा.
उसने किसी को पर्ची पर दवा का नाम लिख कर दिया और 10 कंडोम भी मंगवा लिए.
अब वो किसी ना किसी चीज़ पर कंडोम चढ़ा लेती और चुत में डाल लेती. फिर उस चीज को चुत में लिए हुए ही ऊपर से चार पैंटी पहन लेती है. जिससे चलते समय उसकी चुत में लंड की रगड़ का अहसास होता रहता. उसको अब हर समय अपनी चुत कोई न कोई चीज डालकर चलने की आदत हो गई है.
अब उसकी शादी हो गई है, उसके पति का लंड भी मेरे लंड के जितना ही है. उसने मुझसे बोला कि जितना मजा तुम मुझे देते थे, मेरा हज़्बेंड नहीं देता है.
लेकिन ये बदनसीबी थी कि दुबारा से हम कभी मिल ही नहीं पाए.
ये थी मेरी सेक्स कहानी, आपको बेबी Xxx कहानी कैसी लगी … प्लीज़ कमेंट्स करना न भूलें. लेखक के कहने पर इमेल आईडी नहीं दिया जा रहा है.
This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: [email protected]. Starting price: $2,000