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हिंदी फैमिली सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैं नानी के घर गया. मामी मुझे हमेशा से सेक्सी लगती थी. इस बार कुछ ऐसा हुआ कि मैंने मामी की चूत चोद दी. कैसे?
नमस्ते दोस्तो, अन्तर्वासना पर आती लगभग हर एक सेक्स कहानी को मैं नियमित रूप से पढ़ता हूँ.
आज मैं आप लोगों को अपनी एक हिंदी फैमिली सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूँ. अन्तर्वासना की सेक्स कहानियों को पढ़ने के बाद ही मैं अपनी सच्ची घटना को एक मस्त रसीली हिंदी फैमिली सेक्स स्टोरी में पिरोकर आप लोगों के समक्ष रख रहा हूँ.
मेरा नाम अरनव है, मैं हरियाणा का रहने वाला हूँ.
आगे बढ़ने से पहले मैं अपने बारे बता दूं कि मेरा कद 6 फुट, लंड 8 इंच लम्बा, वजन 75 किलो है. मैं एक स्टूडेंट हूँ.
यह सेक्स कहानी पिछले साल दिसम्बर की है. उन दिनों जैसे ही मेरे कॉलेज के एग्जाम खत्म हुए. मैं अगले दिन ही घर आ गया.
इस बार काफी दिनों की छुट्टी हुई थी तो मम्मी बोलीं- तेरे नाना नानी तेरे को बहुत याद कर रहे थे. तू कुछ दिन उनके यहां चला जा.
यह सुनते ही मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मुझे अपनी सेक्सी मामी की याद आने लगी.
मैं शाम को बस पकड़ कर अपनी ननिहाल निकल गया.
जैसे ही मैं सुबह वहां पहुंचा, मामाजी मेरे लेने के लिए आये हुए थे.
थोड़ी देर में हम घर पहुंच गए. वहां देखा तो नाना, नानी और मामी गेट पर ही मेरा इंतजार कर रहे थे क्योंकि मैं उन सबका बहुत लाड़ला हूँ.
मैं सबको यथोचित प्रणाम करके अन्दर गया. मैंने वहां सबके साथ चाय नाश्ता किया और थोड़ी देर कुछ बातें की.
इतने में मामा अपने ऑफिस के लिए निकल गए. उनको आज किसी काम से 4-5 दिन के लिए बाहर जाना था.
मामा जी के जाने के बाद नानी के कहने पर मामी मुझे अपने कमरे के बाजू वाले कमरे में ले गईं. उधर मैंने अपना सामान रख दिया और मामी को देखने लगा.
मामी के साथ मेरी हमेशा से अच्छी बनती रही है. वे मेरी तरफ देखते हुए बोलीं- काफी स्मार्ट हो गया है लड़का! मामी अपनी सेक्सी स्माइल देती हुई कमरे से बाहर चली गईं.
इससे पहले मेरे मन में मामी के लिए कोई गलत ख्याल नहीं था, पर इस बार मुझे मामी का व्यवहार कुछ अजीब सा लगा.
अब मैं अपनी मामी के बारे बता देता हूँ. उनका नाम सुमन है. वो दिखने में बहुत सेक्सी हैं. उनकी अदाएं कातिलाना है. उनका साइज 34-30-36 का है. मेरी मामी देखने में अप्सरा से कम नहीं लगती हैं.
इस बार मामी को देखने के बाद मेरे मन में काफी उथल पुथल मच रही थी.
तभी नानी की आवाज और उन्होंने मुझे नहाने के लिए बोल दिया.
मेरे इस कमरे में बाथरूम नहीं था तो मैं मामा वाले कमरे के बाथरूम में जाकर नहाने लगा. जल्दबाजी में मैं तौलिया ले जाना भूल गया था.
मैंने जोर से आवाज लगाई- कोई है … मुझे तौलिया दे दो. इतने में मामी की आवाज आई- रुक जाओ … दे रही हूँ.
वो बाहर से तौलिया लेकर आईं और मुझे आवाज देकर तौलिया दे दिया. मैंने दरवाजा खोला और उनके हाथ से तौलिया लेने लगा. उस वक्त मैं मात्र एक अंडरवियर पहने हुआ था.
मुझे तौलिया देते समय मामी का ध्यान अंडरवियर में मेरे तने हुए लंड पर ही लगा था.
मैंने उनका ध्यान भंग करते हुए कहा- लाओ तौलिया दो मामी … आप क्या देख रही हो? वो ‘कुछ नहीं … ले तौलिया.’ कह कर मुझे तौलिया देकर कमरे के बेड पर बैठ गईं.
मैं कपड़े पहनकर बाहर आया. तो मामी मेरे साथ बातें करने लगीं. वो बोली- तू तो बहुत बड़ा हो गया है.
मैं हंस दिया. मैंने समझ लिया था कि मामी को मेरा लंड कुछ ज्यादा ही बड़ा लगा होगा.
मेरी मामी के साथ इधर उधर की बातें होने लगीं. उनकी मदमस्त जवानी देख कर मेरे मन में अब कुछ और ही चलने लगा था.
तभी मामी ने पूछा- कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं? मैंने कहा- नहीं मामी, नहीं है.
मामी ने कहा- क्यों झूठ बोल रहे हो! मैंने कहा- कसम से … कोई गर्लफ्रेंड नहीं है. मामी मुस्कुराने लगीं.
फिर मैंने मामी को बोला- एक बात बोलूं? उन्होंने कहा- हां बोलो.
मैंने कहा- आप मुझे इस बार बहुत सेक्सी लग रही हो. मामी ने कहा- अच्छा ऐसी क्या बात है मुझमें कि मैं तेरे को सेक्सी लग रही हूं?
मैंने कहा- आप हो ही इतनी सेक्सी फिगर वाली कि हर कोई आपको पसंद करेगा. मेरे मामा की तो किस्मत बहुत अच्छी है, जो उन्हें आप जैसी सुंदर बीवी मिली है.
यह सुनते ही मामी उठ गईं और कमरे से बाहर जाते हुए पीछे मुझे देखते हुए हंस रही थीं. अब मुझे तो मानो हरी झंडी मिल गई थी.
मैंने दिन में आराम कर लिया. रात को सबने बैठकर खाना खाया और सोने की तैयारी होने लगी.
नानी बोलीं- तेरे मामा तो आने वाले है नहीं … तू मामी के पास ही सो जाना. मैंने उन्हें हामी भर दी और मामी के साथ उनके कमरे में चला गया.
मैंने बैठा तो मामी मेरे एकदम पास में आकर बैठ गईं. उन्होंने टाइट फिटिंग वाला सूट पहन रखा था. उनके तने हुए चुचे साफ दिख रहे थे.
इतने में मामी बोलीं- मैं तेरे को अच्छी लगती हूँ? मैंने कहा- इसमें पूछने वाली कौन सी बात है … आप हो ही इतनी सुंदर. आपको देख कर हर किसी की नीयत खराब हो जाएगी.
इतने में मामी ने अपना दुपट्टा थोड़ा नीचे गिरा दिया और मेरे और पास में आ गईं. अब मुझे उनके चूचे ऊपर से दिखने लगे थे. मैं तिरछी नजर से मामी के मम्मे देखने लगा.
सच में बड़ा मस्त नजारा था.
मामी मेरा ध्यान भंग करते हुए बोलीं- क्या देख रहे हो! मैं मामी से बोला- मामी … मैं आपको बहुत पसन्द करता हूं, मुझे आपकी रोज याद आती है … पर क्या करूं … कुछ समझ नहीं आता.
मामी ने आह भरते हुए मुझसे कहा- हां मैं भी तुम्हें बहुत पसंद करती हूँ. तेरे मामा ऑफिस के चक्कर में मेरे को समय ही नहीं दे पाते.
इतना सुनते ही मैंने मामी को ‘आई लव यू ..’ बोल दिया. उन्होंने भी मुझे ‘आई लव यू टू ..’ कहा … और बोलीं- ले आज से तेरी मामी तेरी जीएफ हो गयी. अब जी भर के करले प्यार अपनी मामी से.
कामवासना के वश में आकर मामी ने अपनी बांहें मेरी ओर फैला दीं और हम दोनों बिंदास एक दूसरे के गले गए.
मैं मामी को किस करने लगा और मामी भी मेरा साथ देने लगीं. हम दोनों के हाथ के एक दूसरे में समा गए. मैं उनको पागलों की तरह किस किये जा रहा था.
मामी बोलीं- थोड़ा रुक जाओ. इतनी जल्दी क्या है. मैंने कहा- मैं अब और नहीं रुक सकता मामी.
मैं उनके सूट के ऊपर से तने हुए उनके मम्मों को दबा रहा था. वो धीरे धीरे करते हुए मादक आवाज में सिसकारी ले रही थीं.
बहुत देर तक किस करने के बाद मैंने मामी का कुर्ता और सलवार निकाल दी, अब सुमन मामी मेरे सामने सिर्फ ब्लैक कलर की ब्रा और पैंटी में रह गयी थीं.
आह क्या मस्त चुचे थे … मैं तो देखता ही रह गया. मैंने ब्रा के ऊपर से ही मामी के मम्मों को किस किया और हाथ नीचे करके चूत पर उंगली रख दी.
मैंने देखा कि मामी की चूत गीली हो चुकी थी. मैंने कहा- मामी, आप जितनी हॉट माल दिखती हो … आप तो उससे भी कहीं ज्यादा हॉट हो.
उन्होंने कहा- यार अब मुझे मामी मत कहो … मुझे सुमन कहो.
मैंने कहा- मेरी प्यारी सुमन अपनी ब्रा और पैंटी भी निकाल दो. मुझे तुम्हारी चुत के दर्शन कर लेने दो.
मेरी प्यारी सेक्सी सुमन मामी ने झट से अपनी ब्रा पैंटी उतार दी और इसी के साथ ममी ने मेरे कपड़े भी निकाल दिए. अब हम दोनों बिल्कुल नंगे हो चुके थे.
मेरे सामने मामी के भरे हुए रसीले आम और ताजा ताजा साफ की हुई चिकनी चुत थी.
मैं मामी के मम्मों को जोर जोर से दबाता हुआ उनकी चुत के ऊपर उंगली फिरा रहा था. जिससे उनके मुँह से मादक सिसकारियां निकल रही थीं- ओह यस्स ओह … खा ले चूस ले.
उनका हाथ मेरे लंड के ऊपर पहुंच गया और वो मेरे कड़क लंड को ऊपर से सहलाने लगी थीं. इससे मेरा लंड और फूल गया और वो पूरा 8 इंच का हो गया था.
सुमन मामी मेरे लंड को देखकर बोलीं- तेरा तो बहुत बड़ा लंड है. तेरे मामा का इतना नहीं है. अब तू देर ना जल्दी से डाल दे इसे मेरी चुत में … और बुझा दे मेरी प्यास. मैंने कहा- पहले इसे मुँह में लेकर चूसो ना!
थोड़ा मना करने के बाद सुमन मामी मान गईं. मैंने लंड को उनके बंद होंठों पर रखा और वो लंड के सुपारे को सूंघने लगीं. फिर धीरे धीरे से मामी के होंठों पर दबाते हुए मैंने उन्हें मुँह खोलने पर मजबूर कर दिया.
मामी मेरे लंड को मुँह के अन्दर लेने लगीं. एक मिनट से भी कम समय में मामी लंड मुँह में अन्दर बाहर करते हुए चूसने लगीं.
मामी अब बड़े ही मस्त अंदाज में लंड को बिल्कुल लॉलीपॉप की तरह से जोर जोर से चूस रही थीं. मैं भी पूरे जोर के साथ लंड को उनके मुँह में पूरा गले तक डाल रहा था.
अब मैं पूरे जोर से अपने समूचे लंड को मामी के मुँह में गले तक डाल कर उनका मुँह चोद रहा था. वो गों गों करते हुए सिसकारियां ले रही थीं.
काफी देर लंड चुसवाने के बाद मैंने लंड उनके मुँह से निकाल लिया. वो अपनी चिकनी चुत रगड़ने लगीं.
मैंने उनको सीधा लेटा दिया और अपना मुँह उनकी गोरी चिकनी चुत पर रख दिया; जिससे वो एकदम से सिहर उठीं और उनकी गांड ऊपर को उठ गई.
मैं जोर जोर से जीभ डाल कर चूत चाटने लगा था.
आह बड़ा नमकीन टेस्ट लग रहा था चूत का … मामी भी पूरी ताकत से अपने हाथ से मेरा सर अपनी चूत पर दबा रही थीं. उनके मुँह से सिसकारियां निकल रही थीं- ओह उम्म्ह … अहह … हय … याह … याह ओह यस ओह … चूस ले आज तक तेरे मामा ने मेरी चुत ही चाटी.
कुछ ही देर में मामी एकदम से अकड़ गईं और मेरे मुँह में उनका पानी आ गया. वो कंपकंपाते हुए झड़ चुकी थीं. मैंने उनकी चुत का सारा पानी चाट कर पी लिया. मामी की चुत का रस एकदम टेस्टी नमकीन जूस जैसा लग रहा था.
थोड़ी देर बाद वो फिर से गर्म हो गईं. मैं अब उनकी चुत में उंगली करने लगा. मामी की चुत काफी कसी हुई थी, जिस वजह से उनको दर्द हो रहा था.
कुछ देर के बाद मामी बोलीं- अब नहीं रहा जाता … अपना मोटा हथियार मेरी चुत में डाल दो.
मामी ने एक हाथ से मेरा लंड पकड़ लिया, वो उसे थोड़ा सहलाने लगीं.
वे पूरी तरह से गर्म हो गई थीं, बोलीं- जल्दी लंड डाल कर मुझे चोद दे … अब बर्दाश्त नहीं होता.
मेरा लंड मामी की चूत फाड़ने को पूरी तरह से तैयार था.
मैंने मामी को सीधा लिटा दिया और उनके पैरों को अपने कंधों पर रख लिया. जिससे उनकी चुत का मुँह बिल्कुल मेरे सामने खुल गया था. मैंने लंड मामी की चूत पर रख कर घिसने लगा और मामी को तड़फ़ाने लगा.
वो जोर जोर से कामुक सिसकारियां लेती हुई कह रही थीं- आह प्लीज डाल दो ना अब … क्यों सता रहा है.
मामी मुझे अपने अन्दर खींचते हुए ज़ोर ज़ोर से ‘आअहह उहह ऊऊओ ..’ की चुदासी आवाजें लेने लगीं और कहने लगीं- साले जल्दी चोद कर मेरी चुत फाड़ दे … क्यों तड़फा रहा है.
मैंने मामी की चुत की फांकों में लंड फंसा कर एक जोर का झटका दे दिया; जिससे मेरा तीन इंच लंड चुत के अन्दर घुस गया और मामी के मुँह चीख निकल गयी.
उनको दर्द होने लगा, दर्द को कम करने के लिए मैं उनके मम्मों को दबाने लगा. इससे उनको कुछ राहत मिली.
फिर मैंने मामी से पूछा- अब फिर से डाल दूँ क्या मामी? मामी आह भरते हुए बोलीं- हां डाल दे फाड़ दे अपनी जान की चूत को.
यह सुनते ही मैंने पूरा जोरदार शॉट उनकी चुत में दे मारा, जिससे मेरा लंड मामी की चुत को चीरता हुआ पूरा उनके अन्दर चला गया.
मैंने मामी को देखा, तो वो छटपटाने लगीं और उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे थे. मैं रुका तो वो कहने लगीं- रुको मत … और जोर से डाल दे अन्दर.
मैंने अपनी कमर को धीरे धीरे आगे-पीछे करनी चालू कर दी. मामी भी सिसकारियां लेती हुई अपनी चुत में मेरे लंड के मजे ले रही थीं.
दसेक बार लंड ने चुत को खोदा, तो मामी को भी मजा आने लगा. उनकी चुत ने रस छोड़ दिया था जिस वजह से लंड सटासट अन्दर बाहर होने लगा था.
अब तो मामी खुद अपनी गांड उछालते हुए धक्का लगाने लगी थीं. मामी पूरी जी जान से अपनी गांड उछाल कर मेरे लंड को अपनी चूत में ले रही थीं. मेरा लंड मामी की चुत में पूरी गहराई तक जा रहा था.
मामी लंड की मस्ती में बोल रही थीं- आह … कितना गहराई तक जा रहा है आह … फाड़ दे अपनी इस रांड की चूत को.
इतने में मैंने देखा कि मामी की चूत से खून की एक पतली सी धार निकल रही थी.
मैंने मामी को खून की बताते हुए पूछा- मामी यह कैसे? मामी बोलीं कि तेरा लंड तेरे मामा से लम्बा व मोटा है … इसलिए ये सब हो रहा है.
मैं सोचने लगा कि मामा का लंड नहीं … लुल्ली होगी.
तभी मामी बोलीं- कोई दिक्कत नहीं तू जोर लगा कर दम से चोद!
इतना सुनने के बाद मैं और जोर से अपनी कमर को हिलाते हुए झटके मारने लगा. कुछ देर बाद मैंने मामी को साइड में लिटाया और उनकी एक टांग हवा में उठा जोर जोर से लंड चुत में पेलने लगा. पूरा कमरा मामी की मादक सिसकारियों व फच फच की आवाज से गूंज रहा था.
कुछ ही देर में मामी का शरीर अकड़ने लगा और वो बोलने लगीं- आह और जोर से चोद … मैं गई. यह कहते हुए मामी झड़ गईं.
पर अभी तक मेरा काम नहीं हुआ था. मैंने लंड मामी की चूत से बाहर निकाल लिया और उनका सीधा करके उनके मम्मों को चूसने लगा. इससे दो मिनट बाद ही मामी फिर से गर्मा गईं.
इस बार मैंने उनको डॉगी स्टाइल में किया और उनके मम्मों को दबाते हुए एक बार में पूरा लंड उनकी चुत में पेल दिया. वो दर्द से कराह उठीं क्योंकि अचानक इस हमले के लिए मामी तैयार ही नहीं थीं.
मैंने आधा लंड चुत से बाहर निकाला और आगे पीछे करने लगा. इससे उनको बहुत मजा रहा था.
मैंने तेज धक्के मारना शुरू कर दिए. मेरा लंड उनकी बच्चेदानी में जाकर टक्कर मार रहा था. पूरे कमरे में बस फच फच की आवाज़ और वासना भरी सिसकारियों की आवाजें ही आ रही थीं.
मैंने मामी से बोला- मेरा होने वाला है … कहां निकालूं? मामी बोलीं- मेरी जान मेरी चुत में ही अपना गर्म लावा छोड़ दे. मैं भी फिर से झड़ने वाली हूँ.
मैंने अपनी पूरी ताकत लगा दी और मामी को तेजी से चोदने लगा.
मामी- आह टपका दे अपना बीज आह … मैं आज इस चुदाई को यादगार बनाना चाहती हूँ.
यह सुनकर मैंने मामी को दुगुनी गति से चोदना शुरू कर दिया. मेरे तेज धक्कों को मामी सहन नहीं कर पाईं और झड़ गईं.
दस धक्कों के बाद मैंने अपने लंड फव्वारा उनकी चुत में छोड़ दिया. लंड पूरा खाली होने के बाद मैंने अपना हथियार चुत से बाहर निकाल लिया और मामी को एक लंबा किस दिया.
इसके बाद मामी ने मेरे लंड को चूस कर साफ कर दिया. मामी बोलीं- मुझे इतना खुश करने के तेरा बहुत बहुत धन्यवाद … अब से मैं तेरी रांड हूँ. तू जब चाहे मेरी चुत चोद सकता है.
उस रात मैंने मामी की 3 बार और चुदाई की.
उसके बाद जब भी हमे मौका मिलता, तो हम दोनों मौके का पूरा फायदा उठाते हैं.
हिंदी फैमिली सेक्स स्टोरी पढ़ने में मजा आया या नहीं? मेल जरूर करें. वो मुझे इंस्टा पर भी बता सकती हैं कि उनको यह सेक्स कहानी कैसे लगी. मेरी ईमेल आईडी है [email protected] इंस्टा आईडी है adultidiots
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