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मेरी सेक्सी कहानी के पिछले भाग पड़ोसन भाभी के साथ सेक्स एंड लव-1 में आपने पढ़ा कि कैसे मैं नैना के इतने करीब आ गया था हम दोनों ने एक दूसरे के होंठों के रस का मजा ले लिया था. अब आगे:
मैं अपने रूम में आया, मुठ मार के अपने को शांत किया और सो गया.
सुबह 7 बजे डोर बेल बजी, तो मैंने डोर खोला. सामने नैना चाय का कप हाथ में लिए मुस्कराती हुई खड़ी थी. मैंने अन्दर आने के लिए रास्ता छोड़ दिया, तो वो चाय का कप हाथ में पकड़ाते हुए बोली- प्लीज तुम राहुल को स्कूल छोड़ आओ, आज उसका ट्रिप दो दिन के लिए शिमला जा रहा है, स्कूल बस नहीं आएगी.
मैंने हाँ बोला, तो वो जाने को हुई. मैंने उसे सॉरी बोला. उसने पूछा- किस लिए? तो मैंने बोला- वो रात को मैं थोड़ा बहक गया था, इसके लिए मुझे माफ़ कर दो. मैंने साथ ये भी कहा कि मैं जल्दी ही कंपनी को बोल कर किसी दूसरी सोसाइटी में फ्लैट ले लूँगा ताकि बात यहीं दब जाए. नैना बोली- ओह, तुमने तो रात में बहुत कुछ सोच लिया और तय भी कर लिया. मैं चुप था.
वो फिर बोली- जाओ पहले राहुल को छोड़ आओ, फिर सुरभि के जाने के बाद ब्रेकफास्ट पे बात करेंगे. यह कहते हुए वो मेरे थोड़ा नज़दीक आयी और लिप्स पे हल्का सा किस कर के हंसती हुई भाग गयी.
मैंने चाय खत्म की और शूज पहन के कार की चाबी उठाई, तो राहुल भी आ गया. मैं उसको छोड़ने चल दिया. वापिस आते हुए मैं दिमाग में तरह तरह के ख्याल आ रहे थे. कभी सोचता कि ये गलत हो रहा है. मैंने सिर्फ नैना से दोस्ती इसलिए की थी कि वो खुश रहे और उसकी गृहस्थी ठीक से चलती रहे. मैं बस उसका अच्छा दोस्त बन के रहना चाहता था, पर जो कल से अब तक हुआ था, वो दोस्ती से आगे बढ़ चुका था. एक तरफ ये भी ख्याल आया कि अगर नैना खुद ही मेरे साथ सोना चाहती है, तो क्या दिक्कत है. ऐसी सुन्दर और सेक्सी औरत को कोई भी चोदना चाहेगा. कभी सोचता पहले नीता … अब नैना ये सब क्या हो रहा है मेरे साथ.
इसी कशमकश में मैं सोसाइटी पहुंच गया. मैं फ्लैट में गया और ऑफिस जाने की तैयारी करने लगा. मैं नहा कर ऑफिस जाने के लिए रेडी हो गया, तभी नैना का कॉल आ गया कि ब्रेकफास्ट रेडी है, जल्दी आ जाओ. मैंने उसे बोला- मैं फैक्ट्री में कर लूँगा. तो वो बोली- चुपचाप आ जाओ, नहीं तो मार डालूंगी.
मैं चुपचाप उसके फ्लैट पे पहुंच गया, तो सुरभि भी कॉलेज जाने के लिए तैयार थी. वो क्या मस्त लग रही थी गहरे गले का लाल कलर का इतना टाईट टॉप मानो उसके चूचे टॉप को फाड़ के बाहर आ जाएंगे. लाइट स्काई ब्लू कलर की जीन्स की कैप्री, जो बिल्कुल उसकी टांगों के साथ चिपकी हुई थी, जिसमें से उसके उठे हुए चूतड़ बड़े मस्त लग रहे थे. वो नैना से बोली- दीदी, मैं शाम को कॉलेज से सीधा माँ के घर करनाल जाऊंगी. नैना बोली- मैं अकेली कैसे रहूंगी, राहुल भी नहीं है. तो सुरभि बोली- अरे आज शनिवार है, जीजा आ जाएंगे और तुम पुलिस इंस्पेक्टर की बीवी हो, बहादुर लड़की बनो.
बस वो हंसते हुए बाय बोल कर चलने लगी. तभी उसने मेरे को गेट पर खड़ा देखा तो ठिठकी और मुझे बाय बोलकर चली गयी. मैं अपने ख्यालों के भंवर से बाहर निकला, तो मुझे खुद पे बड़ी ग्लानि आयी कि रात मैंने नैना के साथ क्या किया और मैं उसकी बहन को ऐसे ताड़ रहा हूँ.
तभी नैना बोली- अरे बैठो न ब्रेकफास्ट ठंडा हो रहा है. मैं बैठ गया और चुपचाप ब्रेकफास्ट करने लगा. हमने ब्रेकफास्ट खत्म किया, तो नैना बर्तन उठा किचन में चली गयी. मैं भी चाय का कप उठा कर उसके पीछे पीछे किचन में चला गया.
नैना बोली- कब जा रहे हो फ्लैट खाली करके? मैंने बोला- जैसे ही कंपनी दूसरे फ्लैट का इंतज़ाम कर देगी. नैना बोली- जा के दिखाओ, वहीं आके मार डालूंगी. मैंने बोला- नैना वो रात को जो भी . … तो वो बात बीच में काट के बोली- क्या रात को? इतना कह के वो मेरे पास आ गयी और उसने मुझे जोर से हग कर लिया. वो कुछ देर इसी तरह मेरे से चिपकी रही, तो मेरे अरमान फिर से जागने लगे.
मैं बोला- मुझे फैक्ट्री जाना है. वो अपने होंठ मेरे होंठों के करीब लाते हुए बोली- नहीं जाने दूँगी. उसने मेरे होंठों पे अपने होंठ रख दिए. वो मुझे लिप किस करने लगी. मैं भी उसका साथ देने लगा. मेरे हाथ उसकी पीठ पे चलने लगे. मैंने उसके होंठ छोड़ के उसकी गर्दन पे किस करने लगा, मेरे होंठ उसकी गर्दन पे चलने लगे. फिर मैं उसके कानों की लौ को चूमने लगा. कभी हल्का सा काट लेता, तो वो सी सी करने लगती. उसकी बांहें मेरे कमर पे लिपटी थीं.
मैं उसकी गर्दन को चूमता हुआ, उसकी ब्रेस्ट पे किस करने लगा. फिर मैंने कुर्ते में से झाँक रहे उसके मम्मों पे किस किया. उसने ज़ोर से आह भरी. जब मैं उसके सीने पे किस कर रहा था तो नैंना मेरे बालों में हाथ फिराने लगी.
मैं उसको चूमना छोड़ कर सीधा हुआ और उसकी आंखों में देखा, तो उसने आंखों के इशारे से पूछा- अब क्या? मैं बोला- नैना, मैं तुम्हारे बूब्स देखना चाहता हूँ. वो थोड़ा मुस्करायी और अपने कुर्ते के दो बटन और खोल दिए. मैंने झुक के वहां किस किया और बोला- नहीं मुझे पूरी तरह देखने हैं. वो बोली- देख लो … मैंने कब मना किया है.
मैंने जैसे ही उसका कुरता उठाने लगा, तो वो बोली- एक मिनट जाओ, मेनडोर लॉक कर आओ. मैं गया डोर लॉक करके वापस आया देखा तो नैना किचन में नहीं थी. मैंने आवाज़ लगायी, तो वो बोली- मैं बैडरूम में हूँ, यहीं आ जाओ.
मैं बेडरूम में गया तो देखा नैना ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी फेस पे कुछ क्रीम लगा रही थी. मैंने जाके पीछे से उसे अपनी बांहों में ले लिया और उसकी गर्दन के पीछे किस करने लगा. कभी मैं उसके कानों की लौ चूम लेता, तो कभी उन्हें चूस लेता.
नैना की आंखें बंद थीं, मैंने अपने हाथ उसके मम्मों पे रख दिए और धीरे धीरे मसलने लगा. वो आहें भरने लगी. साथ ही में वो बोली- रमित क्या कर रहे हो? मैं तो रात से पागल हुई पड़ी हूँ तुम्हारा यूँ मेरे लिप्स पे किस करना मुझे पागल सा कर गया, मैं रात से आग में जल रही हूँ और तुम मुझे छोड़ के जाने की बात कर रहे हो.
मैं उसका कुरता ऊपर उठाने लगा, उसने अपनी बांहें ऊपर उठा के मुझे कुरता निकालने में मदद की. कुरता उतरते ही उसका दूध सा गोरा बदन मेरी आंखों के सामने था. मुझे शीशे में गहरी नीले रंग की ब्रा में कैद उसके बूब्स नज़र आ रहे थे. उसके 36 के साइज चूचे, जैसे ब्रा में से आज़ाद होना चाहते थे.
मैं उसके कंधों पे किस करने लगा और हाथों से उसके बूब्स मसलने लगा. मैं कंधों से किस करता हुआ पीठ पे आया. फिर उसकी ब्रा के हुक पे आ के रुक गया. मेरा इरादा जान कर वो घूम गयी.
मैं फिर से उसके होंठ चूमने लगा. मैंने फिर से उसके मम्मों पे किस किया. वो बोली- ये तुम्हारी पसंद की ही ब्रा है कैसी लगी? मैंने बोला- बहुत सेक्सी लग रही हो. नैना बोली- अच्छा जी, अभी तो तुम इसे बिना देखे ही जा रहे थे.
मैंने उसे साथ बेड पे लिटा लिया और फिर से उसे चूमने लगा, उसके पेट पे चूमा, फिर उसकी नाभि में जीभ डाल के घुमाने लगा.
वो मेरी इस हरकत से और गर्म होने लगी. मैं चूमता हुआ उसकी कमर तक आ गया. अब मैंने उसका लोअर नीचे किया, तो उसकी वैस्ट लाइन पे किस करने लगा. किस करते करते मैं उसका लोअर भी नीचे की ओर खिसका रहा था. नैना भी अपने चूतड़ ऊपर उठा कर अपना लोअर निकालने में मेरी मदद करने लगी. मैंने उसका लोअर नीचे घुटनों तक कर दिया. नीचे नैना ने डार्क ब्लू रंग की ही पैंटी पहनी थी. मैंने पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत पे किस किया, तो नैना सिहर उठी और आह करने लगी.
मैं उसकी पैंटी लाइन के साथ साथ किस करने लगा और बीच में पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को भी चूम लेता. नैना इतनी गरम हो चुकी थी कि उसकी पैंटी उसकी चूत के पानी से गीली हो गयी थी. मैं लगातार उसकी जांघों पे चूम रहा था. मैंने उसे चूमते हुए उसका लोअर उसकी टांगों से अलग कर दिया. मैंने उसे पेट के बल लिटा दिया और उसकी टांगों की पिण्डलियों पे किस करने लगा. फिर उसकी जांघों के पीछे चूमता हुआ उसके चूतड़ों पे चूमने लगा. चूतड़ों से चूमता हुआ मैं पीछे को आ गया. अब मैं अपने होंठ उसकी पीठ पे रीड़ की हड्डी के साथ लगा कर चूमते हुए ऊपर की ओर बढ़ रहा था.
मेरे होंठ उसकी ब्रा की हुक पे आ के रुके, मैंने फिर उसे सीधा किया और उसके होंठों को चूमने लगा. नैना अपनी जीभ मेरे मुँह के अन्दर डाल रही थी. मैं उसकी जीभ चूसने लगा. वो मेरी जीभ चूसती रही और मैंने पीछे हाथ ले जा के उसकी ब्रा के हुक खोल दिए.
उसकी ब्रा खुलते ही ब्रा में कैद उसके दोनों चूचे उछल कर बाहर आ गए. मैंने उसकी ब्रा को अलग किया तो मेरे सामने दो बेहद खूबसूरत चूचे थे. बेहद गोरे मम्मे … उनके ऊपर दो भूरे रंग के निप्पल और निप्पलों के इर्द गिर्द भूरे रंग के सर्किल. मैंने देख कर बोला- ब्यूटीफुल!
मैंने धीरे से बारी बारी उसके निप्पलों पे किस किया. नैना ने किस पाते ही आह भरी. फिर मैं उसके बूब्स के इर्द गिर्द किस करने लगा. इसके साथ ही धीरे से मैं उसका लेफ्ट निप्पल को चूम के उसको चूसने लगा. कभी उसको अपने होंठों में दबा देता, तो कभी चूसता, तो कभी उसके पूरे बूब को मुँह में ले के चूसता. ऐसे ही दूसरे बूब को भी चूसा.
नैना बोली- यार तुम कितने सॉफ्ट टच करते हो बूब्स को … और कितना सॉफ़्टली चूस रहे हो. मैंने पूछा- तुम्हारा हस्बैंड नहीं चूसता क्या? तो वो बोली- वो चूसता नहीं बस दबाता है … ज़ोर से ज़ोर से मसलता है, कभी इन पे दांत भी मार देता है, ऐसे ट्रीट करता है जैसे ये कोई टॉयज हों, पर तुम जैसे कर रहे हो रियली आई लाइक इट. मुझे बहुत मज़ा आ रहा है, मेरे सारे बदन में आग लग रही है.
मैं उसकी साइड में आके उसके बूब को चूसने लगा और एक हाथ मैंने उसकी पैंटी में डाल के उसकी चूत पे फिराने लगा. अब वो तेज़ी से आहें भर रही थी. उसका बूब पीते हुए मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत की दरार पे चलाने लगा. उसकी चूत गीली थी, फिर मैंने एकदम से अपनी उंगली उसकी चूत में डाल दी, वो चिहुंक उठी … पर मैंने उंगली नहीं निकाली और न ही उसके चूचुकों से होंठ हटाए. मैं लगातार उसकी चूत की दरार पे उंगली फिरता रहा.
वो टांगें फैला कर गांड उठाते हुए बोली- दो उंगली से करो न! मैंने वैसे ही किया और उसकी चूत के दाने को मसलने लगा, तो वो ज़ोर ज़ोर से उम्म्ह… अहह… हय… याह… करने लगी.
मैं उसका बूब छोड़ कर सीधा हुआ, तो उसने आंखें खोलीं और मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी. मैंने खुद ही शर्ट उतार दी. वो मेरी जीन्स का बटन खोलने लगी और फिर जीन्स भी उतार दी. मैंने नैना के पेट पे चूमा और उसकी पैंटी उतारने लगा.
नैना ने थोड़ा ऊपर होके खुद ही अपनी पैंटी उतार दी और मैं उसकी बिल्कुल साफ़ चूत को देखने लगा. उसकी चूत पे एक भी बाल नहीं था. मैंने धीरे से उसकी चूत पे किस किया और फिर मेरे होंठ उसकी चूत की साइड पे चलने लगे. पहले नैना ने अपनी टांगें ज़ोर से बंद कीं, फिर उसे मज़ा आने लगा, तो उसने अपनी टांगें ढीली छोड़ दीं.
मैंने उसकी टांगों को खोल दिया और उसकी जांघों के अन्दर चूमने लगा. फिर मैंने उसकी चूत की एक फांक को होंठों से खोला और अपने होंठों में ले के चूसने लगा. फिर दूसरी फांक को अपने होंठों में भर लिया. अब मैंने अपनी जीभ उसकी चूत की दरार में रख दी और नीचे से ऊपर की ओर चलाने लगा और नीचे से ऊपर की तरफ पूरी चूत पर जीभ की खुरदुराहट से मजा देने लगा.
नैना एकदम से मचलने लगी. उसकी कमर मेरी जीभ के साथ चलने लगी, उह आह … की आवाजें कमरे में गूंजने लगीं. अब नैना तड़फ रही थी. वो चुदासी सी बोली- अब अपना डाल दो प्लीज … मैं मर जाऊंगी.
मैं उसकी टांगों के बीच में से निकल कर साइड में आया, तो उसने मेरे जॉकी में से मेरा लंड पकड़ लिया और उसको मसलने लगी. साथ में बोली- बस अब सहन नहीं होता.
उसने मेरा जॉकी उतार दिया और मुझे अपने ऊपर खींचने लगी. अब मुझसे भी कंट्रोल नहीं हो रहा था, सो मैंने उसकी टांगों को फैलाया और अपने लंड को पकड़ के थोड़ा उसकी चूत के मुँह के अन्दर डाला, फिर धक्का मार के पूरा उसने लंड उसकी चूत के अन्दर डाल दिया.
उसके मुँह से ज़ोर के आह निकली, तो मैं थोड़ा रुक गया और उसके होंठों को चूसने लगा. थोड़ी देर बाद मैं धक्के मारने लगा और वो आह आह उह करने लगी. अब मैं उसे स्पीड से चोद रहा था. वो बड़बड़ा रही थी- अह आह … कम ऑन रमित कर डालो अब. मैंने बोला- क्या करूं? वो बोली- जो कर रहे हो … मैंने बोला- नहीं … मुझे बोल कर बताओ. वो ना में सर मारने लगी. मैं रुक गया, तो वो बोली- रुक क्यों गए … प्लीज करते रहो न. मैंने फिर कहा- पहले बोल के बताओ क्या करता रहूँ. तो उसने मेरे लिप्स पे किस किया, फिर बोली- जान मुझे चोदते रहो … मुझे चोद दो.
ये सुन कर मुझे भी जोश आ गया और मैं उसे तेज़ी से चोदने लगा. मेरे धक्के देने से उसके चूचे उछल रहे थे और वो उह आह उह कर रही थी. चोदने से फच फच्च की आवाजें आ रही थीं.
कोई दस मिनट उसको चोदने के बाद वो ज़ोर ज़ोर से बोलने लगी और मुझे खींच कर चिपकाने लगी, उसके नाखून मेरी पीठ में चुभ रहे थे. वो बोली- आह … मुझे कुछ हो रहा है. मैंने भी धक्का मारते हुए बोला- आह नैना मेरा भी निकलने वाला है … क्या मैं अपना लंड बाहर निकाल लूँ? तो वो गिड़गिड़ाते हुए सी बोली- नो प्लीज अन्दर ही रहने दो … अन्दर ही डिस्चार्ज कर दो.
मैं भी आह आह करता हुआ उसके ऊपर गिर गया, उसने मुझे अपनी बांहों में जकड़ लिया और मैं उसकी चूत के अन्दर ही झड़ गया.
काफी देर हम ऐसे ही एक दूसरे से चिपक के लेटे रहे. फिर नैना ने आंखें खोलते हुए मुझे उसके ऊपर से हटने को बोला. मैं साइड हुआ तो नैना ने अपना सर मेरी छाती पे रख लिया और मेरी छाती पे अपनी उंगलिया फिराने लगी. मैं भी उसके बालों को उसकी पीठ को सहला रहा था.
फिर उसने ऊपर हो के मेरे होंठों पे किस किया. वो बोली- मुझे इससे पहले इतना प्यार और मज़ा नहीं मिला. उसकी आंखों में अभी भी खुमारी थी. उसने मेरे लंड को अपने हाथ में ले लिया और उसे हिलाने लगी.
सेक्स कहानी अच्छी लग रही होगी, मुझे आपके मेल का इन्तजार रहेगा. mecheng75.234 @gmail.com
कहानी का अगला भाग: पड़ोसन भाभी के साथ सेक्स एंड लव-2
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