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नमस्कार दोस्तो, अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली सेक्सी कहानी है.
मेरा नाम हरीश है, यह बदला हुआ है. मेरे शरीर की बनावट कसरती और मजबूत है. गाँव का होने के कारण सभी काम लगभग हाथ से ही करने पड़ते हैं. मेरे बारे में आपको बता दूँ कि मैं अभी 22 साल का हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच की है. मेरे लंड का आकार मेरे शरीर से आनुपातिक रूप से काफी बड़ा है. ये 8.2 इंच लम्बा और 3.5 इंच गोलाई में मोटा है. मैंने लंड की मोटाई को खुद इसके ऊपर इंचीटेप लपेट कर चैक किया है. काफी लोगों को मेरी बात पर विश्वास नहीं होता है, पर ये सच है.
मैं बचपन से ही थोड़ा शर्मीला सा रहा हूँ. जब मैं स्कूल की छोटी कक्षा में था, तो मुझे सेक्स के बारे में कुछ कुछ पता चल गया था, पर बहुत ज्यादा मालूम नहीं हुआ था. क्योंकि उस समय इन्टरनेट वाले फोन का दौर कम था और बच्चों को फोन से दूर ही रखा जाता था. फिर भी मुझे अपने हरामी किस्म के दोस्तों से सब पता लगता रहता था.
जब मैं बड़ी कक्षा में आया, तो एक लड़की को मैंने प्रपोज कर दिया. पर उसने मना कर दिया. कॉलेज में भी बीकॉम की पढ़ाई करने के लिए मैंने एडमिशन लिया था. बीकॉम में लड़कियां ही नहीं थीं, तो कॉलेज में भी मैं सूखा ही रहा.
फिर जब मैं 21 साल का हुआ, तो आर्थिक तंगी के कारण एक कम्पनी में जॉब पर चला गया. पढ़ाई में अच्छा होने के कारण मुझे अच्छी जॉब मिल गई थी, पर मुझे सरकारी नौकरी चाहिए थी. मैं इधर बेमन से काम करता था.
मेरी एक सीनियर, जो कि 27 साल की थी. वो दिखने में एकदम मस्त नयननक्श वाली लड़की थी. उसकी हाईट भी 5 फुट 4 इंच थी. उसकी एकदम खड़ी मुलायम चुचियों को देख कर कोई भी उसके लिए जान भी दे सकता था, वो इतनी हॉट माल थी. उसका 32 28 32 का मदमस्त फिगर भी बड़े कमाल का था. उसकी शादी 2 साल पहले हुई थी, पर कोई बच्चा नहीं था. उसका पति भी इसी कम्पनी में था, पर वो ज्यादातर बाहर ही रहता था.
मेरी सीनियर काफी कड़क थी, सभी उससे डरते थे. मैं भी नया नया गया था, तो मैं भी उससे डरता रहता क्योंकि वो 3-4 लड़कों को कम्पनी से निकाल चुकी थी.
मेरे को काम करने का कोई अनुभव भी नहीं था, तो सभी मेरे ऊपर रौब दिखाते थे. आपमें से जो प्राइवेट कम्पनी में काम करते हैं, उन्हें तो अच्छी तरह पता होता है कि नए नए माहौल में कितना मुश्किल होता है.
खैर 4-5 दिन बाद एक कर्मचारी ने मुझे बिना बात के डांट दिया, मैं ठहरा देसी गांव वाला, मैंने भी उसे बोल दिया कि साले तेरी ऐसी गांड बजाऊंगा कि सात पीढ़ी गड़वी पैदा होगी. यह बात कर्मचारी ने तो नहीं सुनी, पर पीछे खड़ी मैडम ने सुन ली. वो मेरे पास आयी और बोली- तुम दोपहर में ऑफिस में मिलना.
मैं बुरी तरह डर गया और भगवान को याद करने लगा. मेरे सारे बुरे काम आंखों के आगे नाच रहे थे.
खैर जब मैं ऑफिस में गया तो मैडम ने मुझे एक दो खरी खोटी सुनाईं. मैंने तुरंत उससे माफी मांगी, तो वो हँसने लगी. फिर बोली- जो बात वहां बोल रहे थे, उसे साबित कर सकते हो?
मुझे उसके इस बर्ताव से बहुत हैरानी हुई. तब भी मैं कुछ नहीं बोला, बस चुप खड़ा रहा. वो बोली- आगे से ध्यान रखना.
फिर मैं उसके ऑफिस से निकला आया और अपना काम करने लगा.
अगले दिन वो नहीं आयी. मुझे बार बार उसकी बात याद आ रही थी. तीन दिन बाद वो आयी, पर अब मैं उसकी तरफ बार बार ध्यान दे रहा था. वो भी बार बार मेरे पास आती और मुझे देखती. आज मुझे उससे डर नहीं लग रहा था. फिर भी मैंने डरते डरते मैडम से लंच के लिए पूछा तो वो बोली- चलो ठीक है, चलते हैं.
उसके इस रिस्पोंस से मेरा डर खत्म हो गया. मैंने उससे धीरे धीरे बात शुरू कर दी. कुछ दिन तक ऐसे ही रहा. अब मुझे किसी से डर नहीं लगता था और काम भी मन लगाकर करता. मुझे मैडम अपनी गर्लफ्रेंड से लगने लगी थी. आपको तो पता ही है, जब किसी की कोई नयी नयी गर्लफ्रेंड बनती है, तो जोश अलग ही रहता है. कम्पनी में गर्लफ्रेंड बनना भी किसी जंग जीतने से कम नहीं होता. कुछ साथी बनते हैं, तो कुछ दुश्मन बन जाते हैं. ऐसा ही मेरा हाल था.
मैं किराए से एक कमरा लेकर रहता था. मेरी मैडम से फोन पर बात होने लगी और फिर हम एकदम खुल गए. कुछ दिनों में हम दोनों ने मिलने का प्लान बनाया. जब मैं फिर मैं शनिवार को उसके घर गया. तब शाम का समय था. उस वक्त वो एक नाईटी में थी और गजब ढा रही थी.
मैं बाजार से कुछ नाश्ता आदि लेकर गया था. उसने चाय बनायी, हम दोनों ने नाश्ता किया और बात करने लगे. उसने बातों बातों में बताया कि उसको बच्चा चाहिए, पर उसके पति में कमजोरी थी. यह सुनकर मुझे काफी दुःख हुआ.
तभी उसने मुझे सीधे बोल दिया कि क्या तुम मुझे माँ बना सकते हो? मुझे समझ नहीं आया. मैंने कहा- अगर तुम्हारे पति को पता चल गया, तो? वो बोली- वो सब मैं देख लूँगी. पर मैंने डरते हुए उसे मना कर दिया. हालांकि मेरा मन तो काफी कर रहा था कि इसे चोद चोद कर बेहाल कर दूँ, पर मैं शांत रहा.
वो बोली- डरो मत, मैंने अपने पति को बता रखा है. मुझे अब भी यकीन नहीं था, तो उसने फोन मिलाकर अपने पति मेरे सामने उसे हां करवा दी और भविष्य में किसी भी तरह की जिम्मेवारी से मुझे मुक्त कर दिया.
अब रास्ता साफ था. फोन कट करते ही मैडम मुझे खींच कर किस करने लगी. मैंने भी उसे किस करना शुरू कर दिया मेरा हाथ उसके चूचों पर चला गया. मुझे बहुत मजा आ रहा था. मैंने उसकी नाईटी साइड में कर दी और चूचों को चूसने लगा. उसने मस्ती से आंखें बंद कर लीं और ‘आआह आहहह.. उईईई..’ की मादक आवाजें निकालने लगी.
मैंने कुछ ही देर में उसे पूरी तरह से नंगी कर दिया. उसकी चुत बल्ब की रोशनी में चमक रही थी. मुझे चुत को चाटने की इच्छा बचपन से थी और ब्लू फिल्मों से बहुत कुछ सीखा है. मैंने मैडम की चुत पर जीभ लगायी, तो मुझे अजीब जैल जैसा कुछ महसूस हुआ. पर मैंने मैडम की चूत चाटना जारी रखा. मैडम ने भी अपनी टांगें फैला दीं और मेरा सर अपनी चूत पर दबाते हुए अन्दर की तरफ दबा दिया. मेरी जीभ अब बड़ी आसना से उसकी चूत पर चलने लगी थी. मैडम ने और पैर फैला दिए.
मैंने सुना था कि शादीशुदा औरतें, चुदाई में लड़कियों से भी ज्यादा मजा देती हैं. आज मुझे ये बात सच लगने लगी.
करीब दस मिनट चुत को चूसने के बाद मैंने भी अपने कपड़े निकाल दिए. मेरा विशालकाय लंड पूरे आकार में आ गया था. उसे देखते ही वो बोली कि तुमने कम्पनी में उससे सही कहा था. यह कह कर मैडम हँसने लगी. मैं भी हँस दिया.
वो बोली- क्या खिलाता है इसको … इसके के तो दो लंड बन जाएं. मेरे पति का तो बहुत छोटा और पतला सा है. मैंने कुछ नहीं कहा बस अपने लंड की तारीफ़ सुनी तो हाथ से लंड हिला दिया. मैडम बोली- तेरी वाइफ बहुत लक्की होगी. फिर उसने मेरा लौड़ा अपने मुँह में लिया और चूसने लगी.
मैडम मेरा लंड चूस रही थी तो मुझे इतना मजा आ रहा था कि पूछो मत. मैं भी हल्का हल्का धक्का देकर उसका मुँह चोद रहा था. दस मिनट की लंड चुसायी के बाद उसने फिर से किस करना शुरू कर दिया और मेरा होंठ काट लिया. फिर मैंने उसे गोदी में उठा लिया और बेड पर लिटा दिया. वो बोली- तुम्हारा लंड काफी बड़ा है, इसको अन्दर ले पाना कोई मजाक नहीं है. प्लीज आराम से डालना.
मैंने थोड़ा थूक सुपारे पर लगाया, जो फूल कर एकदम मोटा हो चुका था. मैं अपने हलब्बी सुपारे को मैडम की गुलाबू चुत पर रगड़ने लगा. वैसे तो मेरा पहली बार था, पर मैंने ब्लूफिल्म देख देख कर इतनी मुट्ठी मारी थी कि मुझे भी याद नहीं कि अब तक कितनी बात मुठ मार चुका हूँ. विश्वास कीजिए मैंने दिन में कभी कभी तो 4-5 बार तक मुट्ठी मारी है. मैंने अब चुत पर लंड का दाब दिया, तो वो उचक गई और बोली- आह बहुत बड़ा है … मुझे दर्द हो रहा है.
मैंने और थोड़ा थूक उसकी चुत पर लगाया और हल्का सा धक्का लगा दिया. मेरा सुपारा चुत के छल्ले में ही गया था कि वो रोने लगी. मैंने उसके होठों पर अपने होंठ रख दिए और फिर धक्का दे दिया.
मैं सब कुछ बहुत आराम से कर रहा था, तब भी उसे बहुत दर्द हो रहा था. फिर एक जोर के धक्के के साथ मेरा लगभग 2 इंच लंड चूत में अन्दर फंस गया. उसने दर्द के कारण फिर से मेरे होंठ पर काट लिया. मैंने भी दर्द में एक धक्का और दे दिया. इस बार मेरा आधा लंड चुत में चला गया था. वो चिल्ला दी, तो मैं रूक गया और हाथ लगाकर नीचे देखा. मैंने मैडम से कहा- जान अभी तो आधा ही गया है. वो बोली- इतने से ही धीरे धीरे चोद दो.
मैंने ऐसा ही किया. लगभग 10-15 धक्कों के बाद मैंने एक और जोरदार धक्का मार दिया, तो मेरा सुपारा सीधा उसकी बच्चेदानी पर जाकर लगा, जिससे वो बहुत जोर से चिल्ला दी और तड़फने लगी.
मैंने हाथ से उसका मुँह बंद किया और उसके ऊपर लेट गया. उसकी हालत देख कर मुझे डर लगने लगा था, उसकी आंखें बाहर आने को हो गयी थीं, वो जोर जोर से हांफ रही थी और तेज तेज सांस ले रही थी.
थोड़ी देर बाद में वो थोड़ी ठीक हुई, तो मैंने पूछा- क्या हुआ? मैडम बोली- अगर मैं शादीशुदा ना होती, तो आज मर जाती. मैंने कहा- आज तक लंड की चुदाई से कोई मरा भी है. वो बोली- लंड से नहीं मरा, पर ये तो मूसल है, इससे तो मर सकता है.
उसकी बात से मुझे हंसी आ गई. फिर मैंने धक्का देना शुरू कर दिया. पर अब मुझे लंड पर जलन हो रही थी, तो मैंने लंड बाहर निकाल कर देखा. मेरे सुपारे की खाल एकदम लाल हो चुकी थी और थोड़ा खून भी लगा था. यह खून मैडम की चुत से आ रहा था. मैडम ने पूछा कि क्या हुआ?
मैंने उंगली से खून निकाल कर उसे दिखाया, तो मैडम खून देख कर बोली- देखा कितना मोटा लंबा है, मेरी चुत से भी खून निकाल दिया. मैंने पूछा- सभी का लंड ऐसा ही होता होगा. तो वो बोली- पागल, ऐसा दमदार लंड हजारों में एक का होता है. तुम क्यों इस सड़ी सी कम्पनी में अपनी जवानी बर्बाद कर रहे हो.
मैंने उसे अपनी आर्थिक स्थिति तो पहले ही बतायी हुई थी, फिर से हवाला दिया. तो वो बोली- ठीक है.. पहले मुझे चोदो, फिर मैं कुछ करती हूँ.
मैंने उसकी दोनों टांगें हवा में उठा दीं और लंड को चुत पर लगा कर धक्का मार दिया. इस बार उसको ज्यादा दर्द नहीं हुआ. मैं धक्के देता रहा. मैडम ‘आआ.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… आआहह उहह.. ओओ.. ममर गई..’ कहते हुए सिसकी भरती रही. कुछ ही देर में मैडम ने पानी छोड़ दिया. फिर मैं बेड पर लेट गया और वो मेरे लंड पर बैठ गयी.
दोस्तो, मैं आपको बता दूँ कि इस तरीके की चुदाई से लड़की जल्दी झड़ जाती है. हालांकि इस समय मुझे इस तरह से चुदाई करने में मैडम को झाड़ने की कोई जल्दी नहीं थी. तब भी ऐसे में चुदाई का मजा लेने में मजा आता है.
मैडम का रस चिकनाई का काम कर रहा था और वो 5 मिनट बाद फिर से झड़ गयी. फिर मैंने उससे कहा कि डॉगी स्टाईल में करते हैं. तो वो झट से खड़ी होकर नीचे झुक कर कुतिया सी बन गयी. मैंने उसके ऊपर कुत्ते जैसे चढ़ कर उसे चोदना चालू कर दिया. करीब 25 मिनट की पलंगतोड़ चुदाई के बाद मैंने अपना पानी छोड़ दिया. उस दिन मुझे लगा कि आज मेरा माल भी ज्यादा निकला है.
फिर मैंने मैडम की चूत से लंड निकाल लिया और बेड पर बैठ गया. मुझे बहुत मजा आया था. मैंने मैडम की ओर देखा तो वो बहुत खुश लग रही थी. तभी मैंने देखा मेरे लंड महाराज फिर से सलामी दे रहे थे.. जिसे देखकर हम दोनों हँस पड़े.
मैडम बोली- चलो पहले कुछ खा लेते हैं. इतनी लंबी चुदाई के बाद भूख तो लगनी ही थी. हम दोनों ने नंगे ही खाना खाया.
खाना खाते समय मैडम बोली- यार, मुझे ऐसा लग रहा कि अब भी तुम्हारा औजार मेरे अन्दर ही है, सच में मैं बहुत खुश हूँ. तुमने मुझे आज वो मजा दिया है, जिसकी तलाश मुझे आज तक थी. मैंने पूछा- मैं ही क्यों? आप तो किसी से कुछ भी करवा सकती थीं? वो हँसने और बोली- जिस दिन से तुम कम्पनी में आए थे, मैं उसी दिन से तुम्हें नोटिस कर रही थी. तुमने कभी मुझे गलत नजर से नहीं देखा. वरना और बाकी कर्मचारी तो बस मुझे हवस की नजर से ही देखते हैं. मैं तो क्या, कोई भी औरत ऐसे आदमी से बात नहीं करेगी, जो उससे नहीं, उसके शरीर से लगाव करे.
खैर.. बात तो मैडम की भी एकदम ठीक थी. हर कोई ऐसा ही चाहता है. फिर चाहे वह आदमी हो या औरत, सभी को सच्चा साथी चाहिए. फिर मैडम बोली- मुझे नहीं पता था कि तुम इतने छुपेरूस्तम निकलोगे. मैंने पूछा- मैंने क्या कर दिया? तो बोली- सच में तुम्हार लंड बहुत बड़ा है. मुझे अपने आप पर गर्व हो रहा था कि मेरा लंड मर्दाना है.
फिर मैंने उसके नाइटी पहनने को लेकर पूछ लिया कि आप घर पर ऐसे ही रहती हो क्या? तो वो बोली- आज तुमसे मिलने का प्लान था.. तो ब्रा पेंटी नहीं पहनी थी. मैं उसे प्यार से देखने लगा.
अब खाना भी हो चुका था, तो मेरा मन फिर से दोबारा चुत चोदने का कर रहा था और वैसे भी ये मेरी पहली चुत थी तो मन कर रहा था कि चोदता ही जाऊं … चोदता जाऊं.
मैंने फिर से मैडम को चूमना शुरू कर दिया और उसके रसीले होंठ को काट लिया. वो भी मुझे जोर जोर से चूम रही थी.
इसके बाद मैंने उसकी चुत में उंगली डाल दी और आगे पीछे करने लगा. उसकी चुत फिर से भट्ठी की तरह गर्म हो गयी थी. मैंने उसे अपने लंड के ऊपर बैठा लिया और नीचे से पेलने लगा. मुझे साफ साफ महसूस हो रहा था कि मेरा लंड पूरा अन्दर नहीं गया है. मैंने उसे बलिष्ठ हाथों से गांड के बल उठाया और अपने लंड पर खींच लिया. मैडम कराह उठी और मेरा लंड सटाक से घुसता हुआ उसकी बच्चेदानी पर प्रहार करने लगा. इससे मैडम को दर्द होने लगा था.
काफी लोग कहते हैं कि इतना बड़ा अन्दर गया, तो मैं आप को बता दूँ कि 8 इंच से ज्यादा बड़ा लंड चुत के अन्दर इंफेक्शन भी कर सकता है, जिनका ऐसा लंड है, उन्हें ये अच्छी तरह पता है.
धकापेल चुदाई चलने लगी. बीस मिनट बाद मैडम एक बार झड़ चुकी थी. पर मेरा बाकी था, तो मैं उसके ऊपर आ गया और उसको जोर जोर से चोदने लगा. अगले कई मिनट की इस दमदार चुदाई में कब रात के 10 बज गए, पता ही नहीं चला. मैं झड़ गया और इस बार मेरा पूरा पानी मैडम की बच्चेदानी में जाकर गिरा. मैडम ने मुझे अगले पांच मिनट तक हिलने तक नहीं दिया. वो माँ बनने की जुगत में मेरा वीर्य अपने अन्दर बीज जैसे बोती रही.
फिर मैंने मैडम को किस किया और कहा- मेरा मकान मालिक चिल्लाएगा, मुझे चलना चाहिए. तो उसने मना कर दिया और मुझे अपने घर पर ही रोक लिया. उस पूरी रात में हम दोनों ने 2 बार और चुदाई की और बुरी तरह से थक गए थे. फिर हम दोनों एक दूसरे की बांहों में बांहें डाल कर सो गए.
सुबह नौ बजे मेरी नींद खुली. मैंने मैडम को जगाया. उसने उठते ही एक लंबा सा किस मुझे कर दिया. अब मेरा और मैडम का बदन काफी भारी भारी हो रहा था, तो हमने पहले एक चाय और हल्का नाश्ता किया. फिर दोनों साथ नहाए. मैंने मैडम के चूचों और चुत को रगड़ रगड़ कर साफ कर दिया. मैडम भी मेरे लंड से खेलती हुई साफ कर रही थी. फिर हमने कपड़े पहने. संडे होने के कारण आज कम्पनी की छुट्टी थी.
मैडम ने कहा- मेरे साथ चलो मार्केट, मुझे कुछ काम है. हम दोनों मैडम की स्कूटी से चल पड़े.
मेरी सेक्सी कहानी अभी जारी है दोस्तों देखिए कैसे मैडम ने मेरी लाईफ सैट कर दी. आप मुझे मेल कर सकते हैं. [email protected]
कहानी का अगला भाग: सीनियर मैडम की बड़े लंड से चुदाई-2
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