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हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम आर्यन है. मैं 26 साल का हूँ. यह हिंदी सेक्सी स्टोरी कुछ साल पूर्व की तब की बात है, जब मैं गाजियाबाद के एक कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था.
मैं अन्तर्वासना को तब से पढ़ता हूँ, जब मैं स्कूल में था और मैं आज भी इसकी सारी कहानियां बड़े चाव से पढ़ता हूँ.
मेरी क्लास में एक लड़की पढ़ती थी उसका नाम आकृति था. मैंने उसको पहली बार कॉलेज में एडिमिशन के वक्त देखा था, वो एडिमिशन करवाने के लिए अपने पेरेंट्स के साथ आई थी.
कितनी खूबसूरत थी. उसकी वो नशीली आँखें, जो किसी को भी घायल क़र दें.. उसका साइज 32-26-34 का रहा होगा. तभी से मैं उस पर फिदा हो गया था
मैं उसको बार बार देखे जा रहा था, ये बात उसने नोटिस की तो उसने मुझे देखा, मैं दूसरी तरफ देखने लगा. फिर दोबारा जब उसने देखा तो मैं भी देखता रहा. मैंने स्माइल पास क़र दी, उसने भी रिप्लाई में स्माइल दे दी.
फिर अपना एडमिशन फॉर्म भर के मैंने जमा क़र दिया, उसको कुछ प्रॉब्लम आ रही थी, उसने मुझसे हेल्प माँगी तो मैंने उसको बता दिया.
उसने नाम अपना बताया मैंने उसका नंबर माँगा तो उसने एक स्माइल के साथ अपना नंबर दे दिया.
क्लास कुछ दिन बाद स्टार्ट होने वाली थी. मैं अपने घर वाराणसी आ गया. रात को ट्रेन में मैंने व्हाट्सएप पर उसको ऑनलाइन देखा तो मैंने उसको मैसेज किया, कुछ देर बाद उधर से रिप्लाई आना- कौन? मैंने कहा- आपको जानने वाला. “नहीं समझी?” फिर मैंने बताया- किसी को अपना नंबर दिया था, याद है? तो उसने कहा- ओह तुम हो.. नंबर मैंने सेव नहीं किया था.
फिर बात होती रहीं. उसने अपने बारे में बताया कि वो लखनऊ की थी. उसके पिता एक गवर्नमेंट जॉब करते हैं और माँ हाउस वाइफ हैं. एक छोटा भाई है जो सेवन में पढ़ता है. उसको डांस बहुत पसंद है और अर्जित सिंह के गानों की बहुत बड़ी फैन है.
काफी रात हो गई तो मैंने पूछा- सोना नहीं है आज? तो उसने बताया कि वो ट्रेन में है, लखनऊ जा रही है.
तब मुझे पता लगा कि मैं जिस ट्रेन से जा रहा था, वो भी उसी ट्रेन से जा रही थी क्योंकि ट्रेन लखनऊ होकर जाती थी. मैंने उसको बताया कि मैं भी इसी ट्रेन में हूँ.
फिर लखनऊ जब ट्रेन रुकी तो मैं भी उतर उसको देखने गया, वो जिस बोगी में थी. वहां गया तो देखा वो पहले ही उतर चुकी थी और अपने पेरेंट्स के साथ जा रही थी.
मैंने उसको कॉल किया तो वो इधर उधर देखने लगी. जब मैं नहीं दिखा तो कॉल रिसीव की. मैं जहां था, उसको वहां देखने को कहा तो उसने देखा मैंने आँख मार दी. उसने मारने के लिए हाथ दिखाया और स्माइल पास दी.
फिर हमारे बीच इसी तरह बातें होती रहीं.
कुछ दिन बाद क्लास स्टार्ट हुई लेकिन वो कुछ दिन तक क्लास में नहीं आई. उसने कहा कि वो कुछ दिन घर रुक क़र आएगी. उसके बिना मेरा क्लास में मन नहीं लगता था.
मैं क्लास की और किसी भी लड़की से बात नहीं करता था. लेकिन मैंने 1-2 दोस्त बना लिए थे तो मन लगा रहता था.
एक सप्ताह के बाद वो आई तो मैंने उसको देखा तो देखता रह गया. वो पहली बार से ज्यादा सेक्सी लग रही थी. उसके बूब्स कुछ ज्यादा आकर्षित क़र रहे थे.
एडमिशन के टाइम उसके पिता साथ थे शायद इसलिए उसने कपड़े सिंपल पहन रखे थे. आज तो वो कमाल ढा रही थी. उसने मुझे देखा हम दोनों ने स्माइल पास कर दी.
फिर ब्रेक में मेरे फ्रेंड जबरदस्ती बाहर ले गए. मैं तुरंत वहां से बहाना करके वापस चला आया और वो मुझे बाहर ही दूसरी लड़कियों के साथ मिल गई. मैं वहीं रुक गया.
उसने मुझे देखा तो वो मेरे पास आई.
हम दोनों साथ में बात करते हुए चलने लगे. क्लास में जब मैं उसके साथ आया तो सबके सब हम दोनों को देखने लगे क्योंकि मैं किसी लड़की से बात नहीं करता था और अचानक हाथ में हाथ डाल कर आ रहे थे.
फिर दिन इसी तरह कटते रहे और हम अब साथ आते और साथ जाते. सब हम लोगों को कपल समझ चुके थे.
एक दिन मैंने उसको प्रपोज़ क़र दिया उसने मना क़र दिया.
अब मैंने उससे बात करना बात करना बंद क़र दिया. सब लोग समझने लगे कि इन दोनों का ब्रेकअप हो गया है. वो भी मुझे देख क़र मुँह घुमा लेती और दूसरे लड़कों के संग बात करती और सबके साथ घूमती.
मैं कटा सा रहने लगा. दोस्त कहते थे कि ‘अबे एक जाएगी नहीं तो दूसरी कैसे आएगी, भूल जा उसे!’ पर मैं उसको प्यार करता था.. कैसे भूल जाता और मुझे पता था कि कहीं ना कहीं वो भी मुझे प्यार करती है.
कुछ दिन के बाद मेरी तबियत ख़राब हो गई थी. मैं एक हफ्ते तक क्लास नहीं गया, उसने पता किया कि मैं क्यों नहीं आ रहा हूँ.
फिर अगले दिन वो क्लास टाइम पर मेरे फ्लैट पर आई. मैं उस दिन तक ठीक हो चुका था लेकिन कमजोरी थी इसलिए सोचा मंडे से क्लास जाऊंगा.
जब डोर बेल बजी तो मैंने गेट खोला तो उसे देखा. मैंने तुरन्त गेट बंद क़र दिया. उसने फिर डोर बेल बजाई. मैंने गेट जरा सा खोला तो उसने मेरा नाम पुकारा. मैं कुछ नहीं बोला, मैं बस देखता ही रहा. फिर जब उसने दुबारा मेरा नाम पुकारा तो मैंने पूरा गेट खोलते हुए कहा- क्यों आई हो यहां? वो मेरे गले लग गई और बोली- मुझे माफ़ क़र दो आर्यन.
मैं अपने आपको छुड़ा क़र अन्दर आ गया. वो फिर से मेरे पीछे से लिपट गई और रोने लगी. “आर्यन मुझसे कुछ तो बोलो.. मुझे मार लो पर यूँ कुछ ना बोल क़र मुझे जीते जी मत मारो.” मैंने कहा- मार तो तुमने दिया मुझे.. अब तुम जाओ मेरी जिंदगी से. उसने कहा- मैं तुम्हारे बिना मर जाऊंगी.. प्लीज मेरी बात सुनो. “जब तुमने मेरी बात नहीं सुनी तो मैं क्यों सुनूं?”
उसने कहा- एक बार मेरी बात सुन लो फिर मैं चली जाऊंगी. “बोलो?” उसने बताया- मेरा पहले एक बॉयफ्रेंड था जिसने मुझे धोखा दिया था इसलिए मैंने तुमको मना क़र दिया था और फिर तुमसे बात बंद क़र दी क्योंकि मैं दुबारा धोखा नहीं खाना चाहती थी. जबकि मैं तुमको पसंद करती थी. इसलिए मैं तुमसे दूरी बनाई. यदि तुम दूसरे लड़कियों को साथ जाओगे तो मैं तुम्हें भूल जाऊंगी. यदि तुम मेरा वेट करोगे तो मतलब तुम चीट नहीं करोगे. तुम मुझे पसंद हो. मैंने कहा- और मेरा क्या जो मैंने तुम्हारे बिना समय काटा.. तुम्हें याद करने में कितनी रातें नहीं सोया. “मैं भी नहीं सो पाती थी. जब तुमको दिखाने के लिए, मैं दूसरे लड़कों के साथ फ़्लर्ट करती थी और तुमको जलाती हुई देखती थी.”
फिर आकृति मेरे पास आ गई. हम लोग एक दूसरे को देखते रहे. उसने मुझे गालों पर किस किया और फिर मैंने उसको बांहों में लेक़र उसके होंठों पर किस किया. आह.. बिना लिपस्टिक के भी उसके होंठ गुलाबी थे. क्या रसीले होंठ थे उसके.. दस मिनट तक हम लोग किस ही करते रहे.
फिर मैंने उसके मम्मों पर हाथ रख दिया, उसने कुछ नहीं कहा. मैं उनको दबाता रहा, वो मदहोश होती रही. मैं होंठों से होते हुए उसके गले और फिर मम्मों पर किस करता रहा. मैं जोर जोर से एक हाथ से उसके चूचे दबाता रहा और मुँह से दूसरे चूचे को काटता रहा. वो आह आह करती रही
फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया और और मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही मसलने और चूसने लगा. वो अपने हाथों को बालों के ऊपर सहलाती रही और हाथों से मेरे सर को अपने चूचों पर दबाती रही.
मैंने उसकी ब्रा को भी खोल दिया तो अंदर से दो सफ़ेद कबूतर निकले… एकदम गोर और उठे हुए… उसके निप्पल भी उसके होंठों के रंग के थे यानि गुलाबी थे. मैंने अपने होंठों में उसका एक निप्पल ले लिया और काफी देर तक मैं उसके मम्मों को पीता रहा और काटता रहा. वो कामुक सिसकारियां लेती रही.
जब वो पूरी तरह से गर्म हो गई तब मैंने उसकी जींस के ऊपर से ही उसकी चूत पर हाथ रखा. चूत पर मेरे हाथ का स्पर्श पाते ही वो और तेज सिसकारियां लेने लगी.
फिर मैं भी पूरा नंगा हो गया और मैंने उसके हाथ में अपने लंड दे दिया. उसने अपना हाथ हटा लिया. मैंने उसका हाथ फिर से रखा, इस बार उसने नहीं हटाया और लंड हिलाने लगी. मैं उस वक्त बता नहीं सकता कि क्या मदमस्त महसूस क़र रहा था.
अब मैंने उसकी जींस को खोलना शुरू किया, उसने मेरी इस हरकत का कोई विरोध नहीं किया. जींस उतार कर उसकी पेंत्य्य के ऊपर से चूत पर हाथ लगाया तो उसकी चूत में से पहले ही पानी निकल रहा था और पेंटी को गीली कर रहा था. मैंने पेंटी को साइड में सरका कर उसकी नंगी चूत पर उंगली फिराई तो वो शर्मा गई और जोर से सिसकारी भरी उसने!
अब बारी थी उसकी पेंटी को उसकी जांघों से जुदा करने की… मैंने पेंटी को उतार कर उसको पूरी नंगी क़र दिया और मैं उसकी नंगी चूत को अपने हाथ से सहलाने लगा, उसकी भगनासा पर मैंने उंगली से दबाया तो वो कांप उठी, उसके मुख से सीय… सीय हह निकलने लगी.
कुछ ही देर बाद मैं अपना चेहरा उसकी चूत के पास ले गया और उसकी खुश्बू लेने लगा. बड़ी कामुक गंध आ रही इथी उसकी चूत से… मैंने अपनी जीभ से उसकी चूत को छुआ और फिर चूत को चाटने लगा. अब तो उसकी सिस्कारियों का कोई पारावार ही नहीं था, वो लगातार सिहर रही थी, अपने बदन को, चूतड़ों को बेचैनी से हिलाए जा रही थी.
थोड़ी देर तक उसकी पूरी चूत चाटने के बाद मैं खड़ा हुआ और मैंने उसको लंड चाटने को कहा लेकिन उसने मना कर दिया. मैंने भी ज़िद नहीं कि क्यूंकि सेक्स में अगर दिल न करे.. तो मज़ा नहीं आता है.
उसने कहा- प्लीज अब मत तड़पाओ.. अपना लंड डाल दो. मैंने उसकी चूत में अपना लंड डाला और धक्के लगाने लगा. हम दोनों सोफे पर ही चालू हो गए थे. कमरे में एसी चल रहा था.. लेकिन दोनों पसीने से लथपथ थे. पूरे कमरा “ऊह उम्म्ह… अहह… हय… याह… आह..” की आवाज़ से गूँज रहा था.
कुछ मिनट के बाद उसका बदन अकड़ने लगा और वो झड़ गई. मेरा भी निकलने वाला था, उसने कहा- अन्दर मत निकालना.
जैसे ही मेरा निकलने वाला था.. मैंने अपना लंड उसकी चूत से निकाल लिया और बाहर ही झड़ गया.
फिर हम दोनों नंगे ही चिपक कर सो गए. जब उठे तो देखा कॉलेज ऑफ होने का टाइम हो गया था. मैंने उसको किस करके उठाया. वो कपड़े पहन कर चली गई.
इस तरह हम दोनों तीन साल तक साथ में रहे. जब तक रहे.. हम दोनों ने बहुत मस्ती की. अब उसकी शादी हो गई है और मैं नॉएडा में जॉब करने लगा हूँ.
आपको मेरी हिंदी सेक्सी स्टोरी कैसी लगी बताईएगा जरूर.. मुझे आपके मेल का इन्तजार रहेगा. मेरी ईमेल आईडी है. [email protected] gmail.com
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