घर की सुख शांति के लिये पापा के परस्त्रीगमन का उत्तराधिकारी बना-4

अभी तक आपने मेरी सेक्स कहानी में पढ़ा कि मुझे अपने …

घर की सुख शांति के लिये पापा के परस्त्रीगमन का उत्तराधिकारी बना-3

रात का खाना खा कर जब मैं सोने के लिए बिस्तर पर लेट…

घर की सुख शांति के लिये पापा के परस्त्रीगमन का उत्तराधिकारी बना-6

अगले दिन पापा के ऑफिस जाने के बाद मैंने कॉलेज से …

घर की सुख शांति के लिये पापा के परस्त्रीगमन का उत्तराधिकारी बना-5

मैं आंटी के पीछे पीछे बाहर जा कर उनसे कहा- मुझे म…

घर की सुख शांति के लिये पापा के परस्त्रीगमन का उत्तराधिकारी बना-1

अन्तर्वासना के पाठकों एवं पाठिकाओं को सिद्धार्थ का प्र…

घर की सुख शांति के लिये पापा के परस्त्रीगमन का उत्तराधिकारी बना-7

मैंने उन्हें उत्तर देते हुए कहा- आंटी, आप कह रही थी…

तीसरी कसम-6

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना “पलक अगर कहो तो आज तुम्हे…

वो हसीन शाम

प्रेषक : ओ पी झाकड़ हेल्लो दोस्तो ! मेरा नाम प्रकाश है…

सदाबहार मुस्कराहट वाली गोरी गुड़िया-2

मेरी गर्म कहानी के प्रथम भाग सदाबहार मुस्कराहट वाली …

तीसरी कसम-2

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना हे लिंग महादेव ! अगर मुझ…