अब करो मेरा काम !
दोस्तो, हैरी का नमस्कार ! कैसे हैं आप लोग ! आप सभी …
कुछ अधूरा सा-2
कुछ अधूरा सा-1 मामा को विदेश गये करीब तीन वर्ष हो …
कामना की साधना-3
उसने रसोई की तरफ झांककर देखा और वहाँ से संतुष्ट हो…
तीन कलियां ९९९
रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे, होस्टल सुनसान सा हो ग…
कामना की साधना-2
गौर से देखने पर मुझे अहसास हुआ कि कामना ने टॉप के…
घोंसले की तलाश
नमस्ते दोस्तो ! मेरा नाम लव है, मैं आपसे अपना पहला …
कुछ अधूरा सा-1
हैलो, कैसे है सब, मेरा नाम है जग! मैं राजस्थान के …
अब्बु और भाई-1
हेल्लो अन्तर्वासना के पाठकगण! कैसे हैं आप सब! इस बार…
अतुलित आनन्द-1
प्रेषक : फ़ोटो क्लिकर दोस्तो, मेरा नाम क्या है या है भ…
कामना की साधना-5
मैंने एक तरफ से कामना का नाइट गाऊन उसके नीचे से न…