सन्ता के चुटकुले
मुम्बई के सन्ता साहब दुबई में जॉब करते थे तथा चार स…
प्रगति का अतीत- 3
मास्टरजी के घर से चोरों की तरह निकल कर घर जाते समय…
प्रगति का अतीत- 2
मास्टरजी क्योंकि पीठ की मालिश में मग्न थे, प्रगति की …
ट्रेन में दोस्ती
प्रेषक : दीपक दत्त हाय, मेरा नाम दीपक है। मैं गाजिय…
एक अश्लील इवेन्ट
हाई जानू… कैसे हो तुम? मैं थोड़ी टायर्ड हूँ। अभी एक…
बस से शयनकक्ष तक
प्रेषक : रोहण पटेल अन्तर्वासना के सभी पाठकों को खास …
प्रगति का अतीत- 1
प्रगति की कुछ कहानियाँ आप पहले ही अन्तर्वसना पर पढ़ च…
तीन पत्ती गुलाब-17
गौरी ने एक नज़र मेरे अर्ध उत्तेजित लंड पर डाली और फि…
तीन पत्ती गुलाब-10
सुबह के लगभग 8 बजे हैं। रात को थोड़ी बारिश हुई थी …
तीन पत्ती गुलाब-11
आज भी मैं थोड़ा जल्दी उठ गया था। मधुर ने बेडरूम में…