मेरा गुप्त जीवन -94
अगले दिन कॉलेज गया तो सबसे पहले मैंने ऑफिस में पू…
कल्पना साकार हुई-2
अब बारी तृष्णा की थी, उसने विक्रम का अन्डरवीयर उतारा…
मस्तानी लौन्डिया-2
चार दिन आरामे से बीते। निशु के साथ ताश के बहाने न…
मेरा गुप्त जीवन-46
मैं फिर दोनों के बीच में लेटा था और इस तरह हम तीन…
मेरा गुप्त जीवन- 91
गाड़ी अपने ठीक समय पर लखनऊ पहुँच गई और हम सब एक दू…
मेरा गुप्त जीवन-92
गर्म वीर्य वहाँ पड़ते ही मैडम ने अपनी दोनों टांगें उ…
जब मैं जिगोलो बना-2
जब मैं जिगोलो बना-1 मैं थोड़ा हैरान था, मैंने कहा…
मौसी के साथ मस्ती की
हाय! अंतरवासना के प्यारे दोस्तो मैं सर्मिला हीरो पटन…
तोड़ा तृप्ति की सील को
प्रेषक : डी के डॉन तृप्ति रविवार को मेरे ऑफिस में आ…
सुहागरात की विधि -1
इस लेख में किसी कुँवारी लड़की के साथ पहली बार सम्पू…