मेरा गुप्त जीवन-98
अगले दिन जस्सी और जेनी मुझको कॉलेज की कैंटीन में म…
कल्पना साकार हुई-2
अब बारी तृष्णा की थी, उसने विक्रम का अन्डरवीयर उतारा…
तेरी याद साथ है-23
“प्लीज मुझे जाने दो और तुम भी जल्दी से तैयार होकर ऊ…
मेरा गुप्त जीवन-31
अब इतनी बड़ी कोठी में सिर्फ मैं, पारो और कम्मो ही रह…
मस्तानी लौन्डिया-5
निशु जब बाहर आई तब कमर के नीचे का हिस्सा पानी से भ…
मेरा गुप्त जीवन-96
मैं नहा धोकर कॉलेज चला गया। कॉलेज से वापस आने पर …
तेरी याद साथ है-27
ईश्वर ने चुदाई की तड़प हम मर्दों से कहीं ज्यादा औरतों…
मस्तानी लौन्डिया-3
नमस्कार दोस्तो, मेरी कहानी को पढ़ कर बहुत लोगों ने म…
मेरा गुप्त जीवन -39
अगले दिन कम्मो ने बताया कि कल रात मैं कैसे पागल हो…
मेरा गुप्त जीवन -94
अगले दिन कॉलेज गया तो सबसे पहले मैंने ऑफिस में पू…