चिलिका का अधूरा सफ़र
प्रेषक : सुज़ान कौर अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा कोट…
मेरा गुप्त जीवन -76
कम्मो ने कहा- अब आप अपने साथी को अपने पास ला सकते …
मस्तानी लौन्डिया-5
निशु जब बाहर आई तब कमर के नीचे का हिस्सा पानी से भ…
मस्तानी लौन्डिया-4
नमस्कार दोस्तो, मेरी कहानी को पढ़ कर बहुत लोगों ने म…
मेरा गुप्त जीवन -84
कम्मो हैरान होकर हंसने हुए बोली- छोटे मालिक, यह लड़…
शर्त का इनाम चुदाई
सभी मित्रों को मेरा प्रणाम। मैं गुजरात का रहने वाला…
मज़दूर से मिली तृप्ति
निम्न कहानी का पूरा मजा लेने के लिए एक बार पूर्व-प्र…
मेरा गुप्त जीवन-33
चाची और उषा के जाने के बाद हम तीनों फिर एक साथ हो…
तेरी याद साथ है-24
“उम्म… हम्म्म्म…” फिर से वही मादक सिसकारी लेकिन इस बा…
मेरा गुप्त जीवन -45
कम्मो काफ़ी देर चोदती रही मुझको… और जब उस का मन भर …