तरक्की का सफ़र-16
आर्यन और सायरा एक दूसरे को चूमे जा रहे थे कि रूही …
अंगूर का दाना-3
प्रेम गुरु की कलम से उस रात मुझे और अंगूर को नींद …
अंगूर का दाना-1
प्रेम गुरु की कलम से एक गहरी खाई जब बनती है तो अपन…
अंगूर का दाना-2
प्रेम गुरु की कलम से मेरे पाठको और पाठिकाओ! आप जरू…
कोई मिला अपना सा तो दे दी खुशी
यह फीमेल ओर्गास्म सेक्स कहानी मेरी मकानमालकिन की चुद…
हरिद्वार से टिहरी- एक अधूरी हसरत
सभी दोस्तों को मेरा हार्दिक प्रणाम। मैं अपनी प्रथम सच्…
ख्वाहिश पूरी की
दोस्तो, मैं अर्पित सिंह एक बार फिर से अपनी अधूरी प्र…
वीर्य बना रसायन
लकी मिश्रा दोस्तो प्रणाम ! मैं अपनी कहानी भी भेजना च…
तरक्की का सफ़र-10
रजनी अपनी योजना बताने लगी, “राज! तुम्हें मेरी और म…
अनजानी दोस्ती से गांड चुदाई तक
मेरा नाम अजय राठौर है और अन्तर्वासना मेरी पसंदीदा स…