बुलबुल के साथ सेक्स

दोस्तों, मेरा नाम मनीष है, मैं दिल्ली मैं नौकरी करत…

काम भी अपना- दाम भी अपने

मेरा नाम संदीप है। मैं वैसे तो जयपुर में नौकरी कर…

मैं क्यों शरमाऊँ

प्रेषक – विजय कुमार हाय, मेरा नाम विजय है। मैं द्वि…

मुझे अपनी बना ले

लेखिका : सीमा सबसे पहले गुरु जी को मेरा कोटि-कोट…

प्रगति का अतीत- 3

मास्टरजी के घर से चोरों की तरह निकल कर घर जाते समय…

प्रगति का अतीत- 4

किसी न किसी कारणवश मास्टरजी प्रगति से अगले 4-5 दिन …

प्रगति का अतीत- 1

प्रगति की कुछ कहानियाँ आप पहले ही अन्तर्वसना पर पढ़ च…

प्रगति का अतीत- 5

मास्टरजी और प्रगति गुसलखाने में गए और मास्टरजी ने उस…

प्रगति का अतीत- 2

मास्टरजी क्योंकि पीठ की मालिश में मग्न थे, प्रगति की …

सब कुछ सिखा दूंगी!

प्रेषक : राजेश सबसे पहले सभी प्यासी चूतों को मेरे ल…