शहर में आकर गाण्ड मराई
प्रेषक : प्रेम सिंह सिसोदिया मैं गांव छोड़ कर कॉलेज …
प्यार के इजहार का आनन्द
मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। यहाँ कहानियाँ प…
प्यास भरी आस: एक चाह-1
सभी चूत की मल्लिकाओं को मेरे लंड का प्यार भरा एहसास…
न लज्जा कामातुरानाम्-1
मैं आपको मेरे जीवन की उस घटना के बारे में बताना च…
साजन का अधूरा प्यार-2
प्रेषक : साजन तभी अन्दर से दीदी की आवाज मेरे कानों …
प्यास भरी आस: एक चाह-3
उसने कहा- अच्छा जी? इतना घमण्ड है खुद पर? मैं बोला-…
जीजू और दीदी का प्यार
प्रेषक : प्रेम सिंह सिसोदिया मुझे यह कहानी मेरे एक …
एक घंटे में चार लौड़े
लेखक : सनी गांडू मैं सनी ! मुझे तो आप सब अच्छी तरह…
आह… जान लेगा क्या मेरी?
दोस्तो.. मेरा नाम शाहनूर आलम है प्यार से सभी मुझे स…
दोपहर में पूजा का मजा-1
दोस्तो, नमस्कार! मैं राज कौशिक एक बार फिर अपनी कहान…