कलयुग की लैला-1

अंधेरे में एक साया एक घर के पास रुका और सावधानी स…

जिस्म की मांग-3

प्रेषिका : लीला एक के बाद जब मैंने दूजे से नाता जो…

बीच रात की बात-1

नमस्ते दोस्तो, आपने मेरी कहानी मेरा प्यारा देवर पढ़ी …

कलयुग की लैला-2

प्रेषक : विजय पण्डित रूपा और कविता दोनों ही एक साथ …

ममता की गलती-2

प्रेषक : देविन “अरे गई क्या तुम? मैं आँखें खोल रहा …

ममता की गलती-1

प्रेषक : देविन हैलो दोस्तो, मेरा नाम देविन है 25 सा…

जिस्म की मांग-1

प्रणाम पाठको, उम्मीद है सब कुशल मंगल से होंगे, सबका…

जिस्म की मांग-4

प्रेषिका : लीला “बाबू, तू मेरा प्यार है, चाहे अब मै…

घोंसले की तलाश

नमस्ते दोस्तो ! मेरा नाम लव है, मैं आपसे अपना पहला …

कलयुग की लैला-3

विजय पण्डित रूपा और कविता दोनों ही एक साथ आशू से क…