तरक्की का सफ़र-11

राज अग्रवाल एक दिन ऑफिस में शाम को जब काम खतम हो ग…

दो लाख की डील-1

मेरा नाम आशीष है, आज मैं आपको अपने जीवन की वो घटन…

प्रशंसिका ने दिल खोल कर चूत चुदवाई -6

सुबह आठ बजे करीब रचना ने मुझे उठाया तो वो नहा धोक…

लौड़े की तकदीर-1

अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्रणाम.. जनाब.. मैं अप…

प्रशंसिका ने दिल खोल कर चूत चुदवाई -1

दोस्तो, एक बार फिर आप सबके सामने आपका प्यारा शरद एक…

तरक्की का सफ़र-13

राज अग्रवाल कमरे में घुसते ही राम ने कहा, “सिमरन य…

योनि की आत्मकथा

लेखक : शगन कुमार मैं प्रगति की योनि हूँ ! प्रगति एक…

जिस्म की जरूरत-1

दोस्तो, मैं समीर चौधरी.. सत्ताईस साल का एक सामान्य य…

प्रशंसिका ने दिल खोल कर चूत चुदवाई-2

मैंने अपना लैपटॉप बन्द किया और नीचे उतर कर उसकी जा…

प्रशंसिका ने दिल खोल कर चूत चुदवाई-7

उसके कहने से मैंने एक दारू की बोतल खरीद ली और तब …