मेरे प्यार की मुहर

प्रेषक : राजवीर सिँह प्रेम मैं राजवीर सिँह मध्य प्रदे…

दोस्त की गोद भर दी

सूरज मेरा नाम सूरज (बदला हुआ) है, मैं रोज अपने मो…

लड़कपन की यादें-10

अन्तर्वासना की कहानियाँ सत्य हैं अथवा काल्पनिक इसका न…

दिल्ली की दीपिका-5

राहुल बोला- तो मुझे तुमसे कुछ कहना है। मैं सोचने …

जवानी का पहला खेल

दोस्तो, आज आपको मैं अपनी एक बड़ी पुरानी कहानी सुनान…

दिल्ली की दीपिका-2

प्रेषिका : दीपिका हमारे घर के पास रहने वाला एक लड़क…

दिल्ली की दीपिका-3

मेरी हालत खराब हो रही थी, पर लाज के कारण अब भी हो…

एक फौजी की बिपाशा

पड़ोस की एक लड़की मेरी अच्छी दोस्त थी. एक दिन मैंने उ…

कॉलेज़ की हवा लग गई

मैं कॉलेज गर्ल प्रिया आप सब लोगों को नमस्कार करती हू…

दिल्ली की दीपिका-4

अन्तर्वासना के पाठकों को दिल्ली की दीपिका का नमस्कार।…