कमाल की हसीना हूँ मैं-32

“आज मैं आपके बेटे की बीवी हूँ।” “लेकिन पहले तू मे…

कमाल की हसीना हूँ मैं-16

“शहनाज़ ! बहुत टाईट है तुम्हारी…” कहते हुए फिरोज़ भा…

कमाल की हसीना हूँ मैं-31

कुछ देर बाद हम वहीं आराम करके अपने कपड़े पहन कर बा…

कमाल की हसीना हूँ मैं-39

कुछ ही देर में उनके लौड़े फौलाद की तरह सख्त हो गये …

कमाल की हसीना हूँ मैं-25

स्वामी आज मुझ पर रहम करने के मूड में बिल्कुल नहीं थ…

कमाल की हसीना हूँ मैं-30

मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी मुझे ऊपर से नीचे तक क…

कमाल की हसीना हूँ मैं-38

मैंने साँस ली ही थी कि एक बार फिर मुझे उसकी मुठ्ठि…

कमाल की हसीना हूँ मैं-45

हमने जो पैकेज चुना था उसके मुताबिक वो आठ लौड़े बदल…

कमाल की हसीना हूँ मैं-35

मेरी चूत का मुँह लंड के एहसास से लाल हो कर खुल गय…

कमाल की हसीना हूँ मैं-44

घंटे भर बाद ही एक सेमीनार था जो ससुर जी ने मुझे अ…