मेरा पहला साण्ड
मेरा नाम जूही परमार है, मैं मुरैना की रहने वाली ह…
पर-पुरुष सम्मोहन
मेरे मित्र ने जितना मुझे समझाया था, वो मैंने सफ़लता…
पर पुरुष समर्पण-1
पर-पुरुष सम्मोहन से आगे: उस दिन वो तो चला गया पर म…
बाथरूम से छत तक
हेलो दोस्तो ! मैं अरशद, एक बार फिर से आपका अन्तर्वास…
सन्ता जी के करतब
एक बार सन्ता जी का सर फट गया। डॉक्टर इरफ़ान- ये कैसे…
रानी के साथ मज़ा
यह स्टोरी एक महीने पुरानी है। हाय फ़्रेंड्स आई एम नील…
संसर्ग : एक कविता
सभी गदराई हुई लड़कियों, भाभियों और आंटियों के गीले…
पति का प्रमोशन-1
एक दिन लंच के बाद मैं टीवी देखते हुए सोफे पर बैठी…
कुंवारी भोली–10
शगन कुमार मुझे भोंपू के मुरझाये और तन्नाये… दोनों …
बीवी को गैर मर्द से चुदवाने की मंशा-8
हम दोनों दस मिनट वैसे ही पड़े रहे.. फिर मैं जैसे त…