अन्तर्मन की आग

मेरे घर कुछ दिन पहले मेरी छोटी दादी (पिताजी की चा…

वीणा की गुफा-2

लेखक: मनीष शर्मा प्रेषक : वीणा शर्मा मैंने उसे उठा क…

वो कातिल आँखें

हाय दोस्तो, मैं नीरज पटेल मैं छतरपुर जिले के एक ग…

कामना की कामवासना -1

लेखिका : कामना रस्तोगी प्रेषिका : टी पी एल प्रिये अन्…

कामना की कामवासना -3

लेखिका : कामना रस्तोगी प्रेषिका : टी पी एल मेरी बात…

कामना की कामवासना -2

लेखिका : कामना रस्तोगी प्रेषिका : टी पी एल रात का ए…

कामना की कामवासना -4

मेरे खुले मुख को देख कर ससुरजी मुस्करा पड़े और उन्हो…

कामदेव के तीर-1

मैं अपने ऑफिस में बैठा मेल चैक कर रहा था, इस बार …

नाजायज़ सम्बन्ध

कम्मो एक बेहद ही साधारण सा जीवन बिता रही थी। दिन भ…

मस्ती की रात-1

दोस्तो, आपने मेरी पिछली कहानी स्विमिंग पूल बना मस्ती…