शीला का शील-11

‘सुन रानो, अगर यह लाइट बंद कर दें तो? हमेशा धड़का …

तीसरी कसम-4

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना मैं अभी अपने ख्यालों में …

शीला का शील-12

और फिर एक दिन… उस रात भी हस्बे मामूल सोनू उसके साथ…

शीला का शील-10

एक अजीब सी अनुभूति उसे और हुई… जैसे उसकी योनि में…

वो कौन थी-2

मेरी सेक्सी स्टोरी के पहले भाग वो कौन थी-1 में अपने…

वो कौन था?-1

मैंने अपने जीवन की व्यथा गाथा अपनी पहली कहानी ‘शरा…

शीला का शील-14

फिर यह लगभग रोज़ का ही सिलसिला हो गया। देर रात वह …

काम पिशाच-1

दोस्तो, अक्सर आपने कहानियाँ पढ़ीं होंगी, लोगों के बा…

तीसरी कसम-6

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना “पलक अगर कहो तो आज तुम्हे…

मेरी बहू रानी को पुनः भोगने की लालसा- 2

मेरी बहू मेरे साथ सेक्स की दीवानी है. हम दोनों एक …