दिल का क्‍या कुसूर-6

अरूण मेरे बिल्‍कुल नजदीक आ गये। मेरी सांस धौंकनी क…

दिल का क्‍या कुसूर-9

मुझे लगा कि इस बार मैं पहले शहीद हो गई हूँ। अरूण …

शायरा मेरा प्यार- 5

मेरे धक्के लगाने से ममता को मज़ा आ‌ रहा था, मेरे धक्…

दिल का क्‍या कुसूर-3

दोनों लड़कियाँ आपस में एक दूसरे से अपनी योनि रगड़ र…

शायरा मेरा प्यार- 2

मेरी कॉलेज लाइफ की शुरुआत कुछ मजेदार नहीं रही. पह…

मेरी चालू बीवी-30

इमरान मधु ने अपना बिस्तर बाहर के कमरे में ही लगाया…

मेरी चालू बीवी-45

इमरान रोज़ी तुरंत केबिन से बाहर निकल गई ! मगर हाँ …

भईया भाभी का साथ -1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! आप सबने …

भईया भाभी का साथ-4

करीब 5 मिनट की चुदाई के बाद भैया के मुँह से भी आअ…

भईया भाभी का साथ-5

कुछ ही देर बाद बाहर कमरे से आवाजें आने लगी- जोर स…