पति के सामने नताशा

आप मुझे नताशा कह सकते हैं, लेकिन यह मेरा असली नाम…

मेरा गुप्त जीवन -84

कम्मो हैरान होकर हंसने हुए बोली- छोटे मालिक, यह लड़…

एकाकीपन में खुशी-2

प्रेषक : अशोक अन्तर्वासना के सभी पाठकों को अशोक का न…

बॉय से कॉलबॉय का सफर-1

सभी लण्ड वालों और चूतों को राज का सलाम। उम्मीद है स…

मेरी बिगड़ी हुई चाल

कोमल की कोमल चूत की तरफ से आपको नमस्ते। मैं आपको ब…

बॉय से कॉलबॉय का सफर-6

प्यासी जवानी की मेरी सेक्सी कहानी के पिछले भाग बॉय …

बॉय से कॉलबॉय का सफर-2

इस हिंदी सेक्स स्टोरी के पहले भाग बॉय से कॉलबॉय का …

दो नम्बर का बदमाश-1

‘ये चूतें, गाँड, और लंड सब कामदेव के हाथों की कठप…

बॉय से कॉलबॉय का सफर-4

मेरी कामुकता से भरपूर हिंदी चुत कहानी के पिछले भा…

दो नम्बर का बदमाश-2

मैं सोफ़े पर बैठ गया। जैसी ही बाथरूम का दरवाज़ा खुल…