आज दिल खोल कर चुदूँगी -6
फिर मैं और सुनील होटल से बाहर आए सुनील के साथ बाइ…
तुझ को भुला ना पाऊँगा -4
शाम को मैं घर से 8 बजे के करीब निकला और 10 मिनट म…
मेरे ससुर ने मुझे चोदा-2
प्रेषिका : रत्ना शर्मा सम्पादक : जूजाजी मैंने देखा कि…
वेलेंटाईन डे का तोहफा-2
प्रेषक : शशिकान्त वघेला जब 14 फरवरी की सुबह हुई तो …
मेरे ससुर ने मुझे चोदा-4
प्रेषिका : रत्ना शर्मा सम्पादक : जूजाजी बस में मेरे स…
तीन चूतों से खाट कबड्डी
हाय, मेरा नाम आकाश सिंह है। रोज की तरह आज भी मैं …
पहली बार तो दर्द ही दर्द मिला
मेरे एक प्रशंसक ने यह कहानी मुझे भेजी थी, सम्पादन क…
बस के सफ़र से बेडरूम तक-1
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्रणाम। मेरी साली की च…
छोटी साली के बाद रूपा-1
लेखक : वीरेंदर प्रिय पाठको, आपने मेरी कहानियाँ पढ़ी…
आज दिल खोल कर चुदूँगी -1
मेरी कहानी बड़ी अजीब है। आज से 4 साल पहले की बात ह…