पैगाम-1
लेखिका : नेहा वर्मा मेरा नाम लहरी बाई है, उम्र अभी …
पूरी सन्तुष्टि
प्रेषिका : परी मेरा नाम रेशमा है। मैं इस्लामाबाद पा…
तो हुआ यूँ
आप सबको आपकी अंतरा का रस भरा नमस्कार तो हुआ यूँ :…
वेब से बेड तक-1
प्रेषक : लव गुरू मेरी यह कहानी काल्पनिक है। इस कहान…
अनबुझी प्यास
यह दो तीन साल पहले की बात है जब मेरी फुफेरी भतीजी…
यूँ ही अचानक
लेखक : आरव रावत मैंने कई कहानियाँ अन्तर्वासना में …
बैंड बजा डाला
प्रेषक : मस्त कलन्दर दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है अन्…
वेब से बेड तक-3
प्रेषक : लव गुरू फिर मैंने कहा- माँ, मुझको तुम्हारे…
गाँव जाकर नौकर से प्यास बुझवाई-2
लेखिका : आंचल जैसे कि मैंने पहले भाग में बताया था…
ड्राईवर और नौकर से चुदी
सभी अन्तर्वासना पढ़ने वाले पाठकों को और गुरु जी कोटि…