Search Results for "पाद सूंघने की कहानीया"

जिस्मानी रिश्तों की चाह-65

अब तक आपने पढ़ा.. आपी ने रात को दो लण्ड लेने की इच्छ…

क्रिसमस पार्टी

लेखिका : शालिनी मैं और पूजा क्रिसमस के दिन घर पर ह…

कामना की कामवासना -4

मेरे खुले मुख को देख कर ससुरजी मुस्करा पड़े और उन्हो…

कलयुग की लैला-3

विजय पण्डित रूपा और कविता दोनों ही एक साथ आशू से क…

जिस्मानी रिश्तों की चाह -34

सम्पादक जूजा सुबह जब मेरी आँख खुली और कॉलेज जाने क…

जिस्मानी रिश्तों की चाह -25

सम्पादक जूजा अब तक आपने पढ़ा.. आपी ने अपना हाथ डिल्ड…

कमसिन स्नेहा की फड़कती चूत-1

मित्रो, यह कहानी मेरी हाल ही की पिछली कहानी ललितपु…

जिस्मानी रिश्तों की चाह-66

अम्मी मुझे और आपी को अकेला छोड़ कर चली गईं। आपी सोफ…

भैया भाभी की चुदाई देखी आधी रात के बाद-1

यह कहानी सच्चाई पर आधारित है, इसमें हुई सारी घटनाय…

ममता की गलती-2

प्रेषक : देविन “अरे गई क्या तुम? मैं आँखें खोल रहा …