Search Results for "पाद सूंघने की कहानीया"

पूरे हुए सपने- 2

कहानी का पिछ्ला भाग: पूरे हुए सपने-1 एक दिन हिम्मत…

पूरे हुए सपने-1

होली है ही मस्ती का त्यौहार! हर एक के अन्दर की कामुक…

जीजा की बहन की चूत

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा सादर प्रणाम! मेरा …

लौड़े की तकदीर-1

अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्रणाम.. जनाब.. मैं अप…

ठेकेदार की बीवी

उस दिन मैं नाइट ड्यूटी करके सुबह साढ़े सात बजे घर प…

योनि की आत्मकथा

लेखक : शगन कुमार मैं प्रगति की योनि हूँ ! प्रगति एक…

शालू की गुदाई-1

दोस्‍तो, आपने मेरी पिछली कहानी ‘केले का भोज’ को तह…

शालू की गुदाई-2

लेखक : लीलाधर 21 मई का बेसब्री से प्रतीक्षित दिन ! ह…

अंजलि की खुशी-2

प्रेषिका : लक्ष्मी कंवर मुझे भी जोश आने लगा। उसका कठ…

जिस्म की जरूरत-1

दोस्तो, मैं समीर चौधरी.. सत्ताईस साल का एक सामान्य य…