वासना की न खत्म होती आग -8

वो मुझे अपने दांतों को भींचते हुए मुझे देख धक्के ल…

प्रशंसिका ने दिल खोल कर चूत चुदवाई-12

दूसरे दिन रात की हम लोगों की ट्रेन थी। सुबह को हम …

प्रशंसिका ने दिल खोल कर चूत चुदवाई-10

हम दोनों एक दूसरे का माल चाट कर या पीकर पूरी तरह …

जबलपुर की ममता की अतृप्त वासना -4

अब तक आपने पढ़ा.. ममता मेरे लण्ड पर कूद रही थी.. उस…

सेक्स की भूखी बेंगलुरु की लड़की

मैं चंद्रशेखर एक बार फिर हाज़िर हूँ अपनी कहानी लेकर…

मेरा गुप्त जीवन- 156

तभी हल्की आवाज़ के साथ कमरे का दरवाज़ा खुल गया और एक…

दिल्ली बस रूट न. 623

मेरा नाम प्रयोग कुमार है, मैं दिल्ली का रहने वाला ह…

मेरी सगी बहन और मुंहबोली बहन -1

मेरा नाम राहुल है मैं एक अविवहित लड़का हूँ मेरी उम्…

प्रशंसिका ने दिल खोल कर चूत चुदवाई-4

मूतने के बाद मैंने अपना लोअर पहना और रचना से बोला…

सेक्स में सनक या पागलपन -2

दोस्तो, इस विषय पर आपने मेरा हालिया लेख सेक्स में स…