केले का भोज-9

योनि खाली हुई लेकिन सिर्फ थोड़ी देर के लिए। उसकी अग…

केले का भोज-4

क्षितिज कहीं पास दिख रहा था। मैंने उस तक पहुँचने क…

चिरयौवना साली-21

लेखिका : कमला भट्टी मेरे गाँव से थोड़ी दूर कोई 10-1…

पलक की सहेली सरिता-2

और यह बोलते हुए वो अपने दोनों पैर मेरे पैरों के द…

अग्निपरीक्षा

फ़ुलवा ऍम बी ए करके सुरेखा को अच्छी नौकरी मिल गई। छ…

मेघा की तड़प-4

रात को दस बजे प्रकाश अदिति को लेकर घर आ गये थे। अद…

मासूम यौवना-17

लेखिका : कमला भट्टी मैं अपने गाँव तक पहुँची तब तक …

मेघा की तड़प-1

मेघा यूँ तो किशोर अवस्था को अलविदा कर चुकी थी। उसम…

मासूम यौवना-10

पिछली किश्त यानि मासूम यौवना-9 में आपने मेरे जीजाज…

मासूम यौवना-11

मैं जीजाजी के ही घर दो रात लगातार उन से चुद कर अग…