रुचि का शिकार-2
रुचि सीधे होकर मुझसे चिपक गई और बोली- सच राजीव, इ…
जब मस्ती चढ़ती है तो…-2
प्रेषिका : बरखा लेखक : राज कार्तिक उसके बाद मेरे पत…
आकर्षण-3
लेखिका : वृन्दा बस इसी तरह समय बीतता रहा.. हम समय …
आकर्षण-1
मैं वृंदा, एक बार फिर से हाज़िर हूँ आपके सामने एक …
आकर्षण- 7
बीच बीच में वो मुझे प्रेम भरे चुम्बन देता… धीरे धीर…
आकर्षण-4
लेखिका : वृन्दा अब धीरे धीरे मेरे शरीर में भी बदला…
राजा का फ़रमान-2
पिछले भाग से आगे…. राजा ने फैसला सुनाया- आज से ले…
मेरा प्यारा देवर-3
वो अपनी टी-शर्ट उतारने को नहीं मान रहा था, तो मैंन…
छप्पर फाड़ कर
प्रेषिका : रिया रॉय चूत के सभी पुजारियों को रिया र…
दो नम्बर का बदमाश-3
दोस्तों अब दिल्ली लुटने को तैयार थी… मैंने उसका टॉप…