मेरा गुप्त जीवन- 110

कम्मो मुस्कराते हुए बोली- मैं उस दिन ही समझ गई थी क…

मेरा गुप्त जीवन-107

कपड़े पहन कर हम वहाँ से निकले लेकिन मैंने जाने से …

भाभी की जमकर चूत और गाण्ड मारी-2

भाभी की चुदाई की इस कहानी के पिछले भाग भाभी की जम…

अनजाने दोस्त ने गान्डू बनाया

मैं दिल्ली में रहता हूँ.. एक कंपनी में छोटी सी जॉब…

चाची का सैक्स भरा प्यार -2

अब तक आपने पढ़ा.. मैं अभी कुछ देर और टीवी देखना चा…

जिस्म की जरूरत -20

नमस्ते दोस्तो, उम्मीद है कि मेरी पिछली कहानियों ने आ…

घर की चूतों के छेद -4

अब तक आपने पढ़ा.. घर आते समय मम्मी के दोनों मांसल ब…

सेक्स में सन्तुष्टि कैसे मिले

क्या आप जानते हैं कि औरत में काम वासना पुरुषों की …

पहली चुदाई में मैंने नेहा की सील तोड़ दी

मेरा नाम मधुर है और मैं बी.टेक के फाइनल ईयर का स्ट…

बैलगाड़ी की हसीन यात्रा

आज बहुत दिनों के बाद इस कहानी के माध्यम से आपसे मि…