लुटने को बेताब जवानी-1
सबसे पहले मैं अपने पाठको को धन्यवाद देना चाहूंगी ज…
गाँव जाकर नौकर से प्यास बुझवाई-2
लेखिका : आंचल जैसे कि मैंने पहले भाग में बताया था…
सन्डे है चुदाई डे
प्रेषक : ललित सिंह मेरा नाम ललित है, दिल्ली का रहने…
उफनते जजबात
प्रेषक : क्षितिज़ मेरा नाम क्षितिज है और यह मेरी पहल…
चाँदनी को कली से फूल बनाया
वो मेरे पड़ोस में रहने वाली 18 साल की लड़की है जो क…
ड्राईवर और नौकर से चुदी
सभी अन्तर्वासना पढ़ने वाले पाठकों को और गुरु जी कोटि…
दो की प्यास बुझाई
मैं मुंबई का रहने वाला हूँ, मेरा कद 5 फ़ुट 9 इन्च ह…
रास्ते में मिली एक हसीना-2
लेखक : जय कुमार मैं कहने लगा- वन्दना, मुझे बहुत भ…
एक जल्दी वाला राउंड
प्रेषक : पुलकित झा आज स्कूल में अचानक जल्दी छुट्टी हो…
वेब से बेड तक-3
प्रेषक : लव गुरू फिर मैंने कहा- माँ, मुझको तुम्हारे…