दीदी, जीजाजी और पारो-1
मेरे परिवार में मैं, पिताजी, माताजी और मुझ से तीन…
मस्तानी लौन्डिया-2
चार दिन आरामे से बीते। निशु के साथ ताश के बहाने न…
मेरी प्यास बुझाओगे क्या?
निखिल नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम निखिल है। मैं मुम्बई क…
दीदी की ससुराल में स्वागत
बात कुछ साल पुरानी है पर है बिल्कुल सच्ची। उस समय म…
पड़ोस की कुंवारी लड़की
राहुल हेल्लो दोस्तो ! फ़िर से आपका पुराना दोस्त राहुल…
शरण की लूँ तो कैसे
राकेश हैलो ! मेरा नाम राकेश है और मैं जालंधर का र…
अंकल की प्यास
लेखिका : नेहा वर्मा मेरे घर वाले जब इन्दौर में जब स…
ममेरी बहन की अधूरी चुदाई
प्रेषक : यशवीर तोमर हैलो दोस्तो ! मैं वीरम मेरठ का …
खेत में खेल
प्रेषक : लालमन शहर में तीन साल की पढ़ाई के बाद मैं…
कुंवारी नौकरानी का शील भंग
आसाम की हरी भरी वादियां और जवान दिलों का संगम… कि…