पापा का दोस्त
प्रेषिका : लवीना सिंह अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा …
यूँ ही अचानक
लेखक : आरव रावत मैंने कई कहानियाँ अन्तर्वासना में …
बैंड बजा डाला
प्रेषक : मस्त कलन्दर दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है अन्…
दोस्त की गर्मागर्म भाभी
मैं राहुल जैन जयपुर में पढ़ाई कर रहा हूँ और मैं यह…
चाँदनी को कली से फूल बनाया
वो मेरे पड़ोस में रहने वाली 18 साल की लड़की है जो क…
वेब से बेड तक-3
प्रेषक : लव गुरू फिर मैंने कहा- माँ, मुझको तुम्हारे…
तू मुझे उठा
प्रेषक : आदि दोस्तो, मैं आदि, मेरी उम्र २० साल है और…
चिड़िया फंस गई
प्रेषक : हॉट बॉय अन्तर्वासना के सभी पाठकों को हॉट बॉ…
जा क्यों नहीं रहा है?
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का पुराना पाठक हूँ। मैंने अन्…
रास्ते में मिली एक हसीना-2
लेखक : जय कुमार मैं कहने लगा- वन्दना, मुझे बहुत भ…