प्रगति की आत्मकथा -4

प्रेषिका : शोभा मुरली उसने बलराम के सुपारे पर थोड़ी…

मोनिका की सेक्सी बहन

लेखक : अरमान प्रेषक : प्रेम गुरु मेरी यह कहानी अपन…

अब आया मज़ा?

प्रेषक – नन्द कुमार मेरे दोस्त की शादी थी। उसकी शादी…

सिनेमा हॉल में गांड मरवाई

दोस्तो, एक बार फ़िर सनी का गीली गांड से घोड़ी बन कर …