बुआ हो तो ऐसी-1
(प्रेम गुरु द्वारा संशोधित एवं संपादित) घर की मौज ह…
नजदीकियाँ-2
लेखक : राजेश शर्मा अगली सुबह मुझे बहुत ग्लानि और शर्…
जमशेदपुर की गर्मी-3
प्रेमशीर्ष द्वारा लिखित एवम् प्रेम गुरु द्वारा संशोधित …
दोस्ती करा दो-2
प्रथम भागदोस्ती करा दो-1 से आगे… … कोमल को बेड पर …
इस्तान्बुल में शिप पर चुदाई-3
प्रेषक : विक्की कुमार अब क्रिस्टीना भी कुछ अपने मुँह …
बुआ हो तो ऐसी-2
(प्रेम गुरु द्वारा संशोधित एवं संपादित) मैं एक बार …
मैं और मेरी प्यारी शिष्या-2
अन्तर्वासना के सभी दोस्तों का ढेर सारा प्यार मिला उनक…
पड़ोस वाली भाभी-2
जैसा कि आप जानते हैं कि मैं अब एक कॉल-बॉय हूँ लेक…
मौसी हो तो ऐसी-1
प्रेषक : राज कार्तिक मैं राज एक बार फिर अपने जीवन क…
बर्फी खाकर गुड़ में मजा कहाँ रहता है
प्रेषिका : प्रिया घोषाल पाठकों को मेरी प्यारी सी चूत…