तीन पत्ती गुलाब
मूल लेखक: प्रेम गुरु प्रेषिका: स्लिम सीमा कथा-वस्तु: …
बहन की ग़लती, मां का राज़-4
अपनी बहन को मैंने उसके यारों से मिलने के लिए आखिर…
सहेली के पति के साथ रात में चुदाई
मेरा नाम नेहा है. मैं अपनी सहेली के पति से अपनी च…
प्यारा दोस्त और दीदी
लेखक : विजय पन्डित मैं कॉलेज में आ चुका था। मेरे ए…
दुनिया की तो माँ की चू…!
दोस्तो, आज मैं आपके सामने एक ऐसी कहानी पेश करूंगा,…
तलाकशुदा मौसी की चूत कैसे मिली-3
मेरी गर्म चूत की कहानी के पिछले भाग तलाकशुदा मौसी …
Main, Mom Aur Meri Best Friend
Hello everyone aap sabne ne meri pehli kahani mai…
पहाड़ की चढ़ाई, लण्ड-चूत चुसाई
सभी अर्न्तवासना के पाठक और पाठिकाओं को प्रेम कुमार क…
मस्त पड़ोसन भावना आंटी
दोस्तो, आज मैं आपको अपने बचपन की एक कहानी सुना रहा…
बिहारी और सीआरपी वालों के लंड लिए-1
प्रणाम दोस्तो.. मैं आपका सनी गांडू आपके लिए अपनी ले…