टेंशन दूर हो गया-1

लेखिका : कामिनी सक्सेना मैं दिन भर घर में अकेली हो…

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-2

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए सुरेश मुस्कराते हुए बोला…

वो पूस की एक रात-2

मैंने हाथ बढ़ाया, जैसे ही उसने रूमाल लेना चाहा… मै…

आगरा से दिल्ली

प्रेषक : राहुल नमस्कार दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है…

अकेले मज़ा लोगे?

आप सभी को मेरा यानि अमित का नमस्कार ! मैं आप लोगों…

मेरी माँ सेक्सी माँ-1

आपको तो पता ही है दिल्ली का मौसम! यहाँ सर्दी में कि…

हंसी तो फंसी-1

यह कहानी है मेरी पड़ोस में आए नए किरायेदार की। परि…

टेंशन दूर हो गया-2

लेखिका : कामिनी सक्सेना “अच्छा, अब तुम जाओ …” मेरा …

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-4

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए लखनऊ 8-7-2010 समय: 1-30…

बाजा बजा दूंगा

प्रेषक : राज शर्मा आज मैं आपको अपनी सच्ची कहानी सुना…