The fuck boy (Badhte rishte)-17
Dosto agar aapko kahani pasand aa rahi ho, to mai…
Drishyam, ek chudai ki kahani-17
जैसे ही अर्जुन वहाँ से निकला की सिम्मी ने कमरे का द…
तीन पत्ती गुलाब-28
मधुर का जन्मदिन उत्सव और गुलाब की दूसरी पत्ती मेरे प…
शहर में जिस्म की आग बुझाई- 2
मेरे पति का बॉस मेरे पति की अनुपस्थिति में मेरे घर…
Drishyam, ek chudai ki kahani-22
कुछ देर बाद सिम्मी ने एक छोटा सा तौलिया लिया और अप…
याराना का चौथा दौर-2
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि विक्रम और वीना …
तीन पत्ती गुलाब-25
कई बार मुझे संदेह होता है कहीं मधुर जानबूझ कर तो …
Drishyam, ek chudai ki kahani-18
पिछली बार जब कालिया ने सिम्मी की चुदाई की थी उस बा…
तीन पत्ती गुलाब-26
गौरी ने शरमाकर अपनी आँखों पर हाथ रख लिए। गौरी की …
The fuck boy (Badhte rishte)-11
Dosto agar kahani pasand aa raha ho to [email pro…