मुंबई में आकर

प्रेषिका : स्नेहल प्यारे पाठको, मेरी तरफ से आप सभी क…

चचेरे भाई पे मेरा बेईमान दिल

लेखिका : मोनिषा बसु दोस्तो, आज मैं अपने जीवन की एक…

मैं भ्रम में रह गया

मैं रामनगर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र…

कुवां मां डूब जाऊंगी

प्रेषक : जीतू झा दोस्तो। मैं ज़ीत फिर से हाजिर हूँ। …

देखने-पढ़ने से मन नहीं भरता अब-5

प्रेषक : मुन्ना भाई एम बी ए लखनऊ 9-7-2010 समय: 10-3…

सोनिया की मम्मी-1

मैं राज एक बार फिर अपने दोस्तों के लिए एक दिलचस्प स…

तो शर्म क्यों ?

सबसे पहले अन्तर्वासना को धन्यवाद क्योंकि इसकी वजह से …

पेल दे पर बेल दे

मैं श्रेया आहूजा, आपकी कमसिन लेखिका आपको पिछले सप्त…

दोस्ती का उपहार-3

प्रेषक : विनय पाठक मैं आपको अपनी पिछली कहानी में ब…

हंसी तो फंसी-2

एक बार फिर से हाजिर हूँ चूत में से पानी निकालने औ…