धोबी घाट पर माँ और मैं -15

माँ दांत पीस कर लगभग चीखते हुए बोलने लगी- ओह होओओ…

कुंवारी मारवाड़ी भाभी की वासना -3

अब तक आपने पढ़ा.. वो मेरे सामने नंगी पड़ी थी.. साँच…

मेरा गुप्त जीवन- 22

मैंने अपना पायजामा खोला और खड़े लंड को उसकी चूत पर…

अठरह वर्ष पूर्व दिए गए वचन का मान रखा-2

लेखिका : नलिनी रविन्द्रन अनुवादक एवं प्रेषिका: तृष्णा…

बहन का लौड़ा -67

अभी तक आपने पढ़ा.. दोस्तो, अगर आप लड़के हो तो प्लीज़ क…

दोस्ती और प्यार के बीच का अहसास-1

हैलो दोस्तो.. वैसे तो मैं अन्तर्वासना बहुत सालों से …

मेरे लण्ड का नसीब -3

अब तक आपने पढ़ा.. कुछ देर बाद हम दोनों बाथरूम में …

धोबी घाट पर माँ और मैं -9

शाम होते-होते हम अपने घर पहुंच चुके थे। कपड़ों के …

Chudai Ki Lat Lag Gayi

Hi dosto mai Raj naam to suna hi hoga kaise hai a…

सामने वाली लौंडिया की चूत चुदाई

दोस्तो, मेरा नाम लियोन क्रूज.. मैं हूँ तो भारतीय पर…