अक्षरा-1

दिल तो मेरा भी है प्रेषक : ठाकुर नोट उड़ाए जा रहे ह…

गंधर्व विवाह

प्रेषक : अन्नू निशा मेरी एक मात्र लंगोटिया दोस्त है। …

मुठ मारते पकड़ा गया

प्रेषक : जय चौहान हाय मेरा नाम जय है, मैं आज आप लो…

आरती की आरती

दोस्तो, मेरा नाम जीत है। बात उस समय की है जब मैं इ…

जोधपुर की यात्रा-2

जोधपुर की यात्रा-1 तो अनवर ने मुझसे कहा- वो तो ठी…

तीन सहेलियाँ

फ़ुलवा “और बता क्या हाल है?” “अपना तो कमरा है, हाल …

Nasha Buri Baat, Lagi Di Watt

Hey dosto main Raveena, phir se aap logo ke sath.…

अरमान पूरे हुए… -2

जैसे ही राशि के पेपर हो गए और राशि फिर से अपने शह…

लिंगेश्वर की काल भैरवी-2

(एक रहस्य प्रेम-कथा) लिफ्ट से नीचे आते मैं सोच रहा थ…

दर्द है, फिर भी चाह है

प्रेषक : रॉकी कुमार मैं नौकरी की तलाश में हैदराबाद…