तड़फ़ाते बहुत हो-1
दिल के आँगन में चाँद का दीदार हो गया, हम उन्हें दे…
हाँ, तुझसे चुदूँगी जरूर !
प्रेषक : लण्ड देव लण्ड देव का प्यार भरा नमस्कार। मैंने…
तड़फ़ाते बहुत हो-4
मुझे रुला कर दिल उसका भी रोया होगा, चेहरा आँसुओं …
कितनी मस्त हूँ मैं
प्रेषक : अमित अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्क…
योगेश का लौड़ा-2
मैं एक शाम घर में बैठा-बैठा बोर हो रहा था कि मुझे…
मन कर रहा था लौड़ा लेने का
प्रेषिका : सोनाली हैलो दोस्तो, मेरा नाम सोनाली है। …
प्यार सेक्स या धोखा-1
हाय दोस्तो, मेरा नाम योगेन्दर शर्मा है, मेरे घरवाले …
चुद गई अन्तर्वासना की दीवानी-2
नीलम मेरे लंड को सहलाते हुए मुझसे बोली- साजन जी, …
शरारती शायरी
उसके लिए हमने हर ख़ुशी को लौटने को कहा.. पर उसने ‘…
तड़फ़ाते बहुत हो-2
ज़िन्दगी का पहला प्यार कौन भूलता है, ये पहली बार होत…