कुछ इस तरह दिलाई मेरे मोबाइल ने चूत-1
दोस्तो.. मुझे तो आप सब पहले से ही जानते हो, मेरा न…
नौकरी में मस्ती-4
प्रेषक : विक्रम शर्मा अभी तक आपने पढ़ा कि कैसे मैं, स…
मेरी कामाग्नि : अपने बेटे के लिए-2
दोस्तो, अन्तर्वासना पर आपका फिर से स्वागत है। पिछले भ…
सपना पूरा हुआ
प्रेषक : राज दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का पाठक हूँ और म…
क्रिसमस पार्टी
लेखिका : शालिनी मैं और पूजा क्रिसमस के दिन घर पर ह…
जिस्मानी रिश्तों की चाह-57
सम्पादक जूजा आपी बोलीं- बस भाई, अब तुम जाओ.. मैं र…
नौकरी में मस्ती-2
प्रेषक : विक्रम शर्मा हमने खाना खाया मगर मैं उसे ही …
नौकरी में मस्ती-1
प्रेषक : विक्रम शर्मा मेरा नाम विक्रम है मेरे परिवार …
इंडियन कॉलेज गर्ल से प्रेम मिलन
मेरा नाम राजवीर कपूर है। यह मेरी अन्तर्वासना की पहल…
प्रफुल्ला-4
दोस्तो, मेरे सामने पलंग पर निर्वस्त्र और नग्नावस्था में…