पहले प्लेटफ़ार्म पर फिर ट्रेन में टी.सी.

प्रणाम दोस्तो, एक बार फिर से आपका गांडू सनी आपके लि…

चूत की खिलाड़िन-5

चमेली को हटाते हुए ससुर ने उसे बिस्तर पर लेटा दिया…

निगोड़ी जवानी-2

मैंने कई बार डॉक्टर को लुभाने किसी न किसी बहाने से…

चूत की खिलाड़िन-6

कुछ देर बाद उसने मेरी चूत में 3-4 धक्के और मारे और…

किस्मत ने साथ दिया

प्रेषक : अविनाश मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ औ…

चूत की खिलाड़िन-3

देवर से मस्ती का खेल आज से शुरू हो गया था। मैं देव…

व्यंग्य कथा : अकबर और बीरबल

बादशाह अकबर का दरबार लगा हुआ था, सारे दरबारी अपने…

टीचरजी बोले, ‘आइ लव यू !’

प्रेषक : तरुण अहूजा मैं एक 18 वर्षीय छात्र हूँ और हा…

दिल का क्‍या कुसूर-9

मुझे लगा कि इस बार मैं पहले शहीद हो गई हूँ। अरूण …

मेरी मुनिया खूब लंड खाएगी !

दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। यहाँ लिख…