जिस्मानी रिश्तों की चाह -41

सम्पादक जूजा मैंने अपनी गली पर अपने लण्ड का जूस उठा…

घर की चूत- पहले दीदी, फिर माँ

यह कहानी मेरी और मेरी दीदी के बीच में हुई सच्ची घट…

पुरानी सहपाठिन के साथ मजेदार सेक्स

नमस्कार दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ…

जिस्मानी रिश्तों की चाह -37

सम्पादक जूजा अब तक आपने पढ़ा.. आपी मेरे लबों को चूस…

नखरे वाली चाची की बेरहम चुदाई

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्रणाम। मेरा नाम अ…

विधवा आंटी की हवस

हैलो दोस्तो, मेरा नाम गौरव है। मैं लाल कोठी.. जयपु…

चुदने को बेताब मेरी प्यासी जवानी-1

दोस्तो, मेरा नाम ऋतु है, ऋतु वर्मा, सरनेम पर मत जाइ…

भाई बहनों की चुदक्कड़ टोली-1

दोस्तो, मेरा नाम हिरेन है. आज मैं अपनी चुदक्कड़ बहनो…

प्यास भरी आस: एक चाह-2

जब कॉलेज से लौट कर घर आ रहा था तो भाभी गेट पर थीं…

वो सात दिन कैसे बीते-8

अगले दिन शुक्रवार था और आज भी उसकी क्लास थी जिससे व…