वो लड़की भीगी सी-2
प्रेषक : इमरान ओवैश मैंने उसका आशय समझ कर अपने कपड़…
Anusha – Part I
Hello Everyone, I hope sab log badhiya hai. let m…
ग़ोवा में सुहागरात-1
प्रेषक : रोहित मल्होत्रा नमस्कार अन्तर्वासना के दोस्तो, …
कामदेव के तीर-4
घर में किसी के आने का कोई अंदेशा नहीं था, बड़ी निश्…
खेली खाई मेहनाज़ कुरैशी
इमरान यह कहानी मेरे एक दोस्त संजय अग्रवाल की है, आप…
चुदाई से भरी होली-1
सभी तड़कते-फड़कते हुए आशिक़ों और चाहने वाले दोस्तों क…
कामदेव के तीर-2
रजिया के जाने के बाद हमने नाश्ता किया, फिर ऊपर वाल…
कामदेव के तीर-5
मैं पलंग से उठा ही था तभी रजिया मेरे लिए चाय लेकर…
वो लड़की भीगी सी-1
प्रेषक : इमरान ओवैश “क्या देख रहे हो? कभी कुछ देखा …
गदराई लंगड़ी घोड़ी-5
“अभी तो एक और सरप्राइज है तेरे लिए..” “वो क्या?” “च…