फिर दूसरी से कर लेना-5

चतुर्थ भाग में मैंने लिखा था कि किस प्रकार मैं सीमा…

तुझे मज़ा आयेगा-1

प्रेषक : अनिल मैं अपने कमरे में म्यूजिक सुन रही थी …

रास्ते में मिली एक हसीना-2

लेखक : जय कुमार मैं कहने लगा- वन्दना, मुझे बहुत भ…

आज मैं बहुत खुश हूँ

मेरा नाम मानसी है। मैंने अपनी कहानी “बहुत प्यार कर…

पापा का दोस्त

प्रेषिका : लवीना सिंह अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा …

दिल करता है कि बस

दोस्तो, मेरा नाम समीर है। आज मैं आपको मेरे और मेरी…

मज़ेदार नौकरी

प्रेषक : राहुल कटारिया हाय दोस्तों मेरा नाम राहुल ह…

रास्ते में मिली एक हसीना-1

लेखक : जय कुमार मैं जय कुमार कालबाय हूँ और एक बा…

स्पर्म थैरेपी-6

प्रेषक : मुन्ना लाल गुप्ता पंचम भाग से आगे : जब मैं …

मेरी अंग्रेजी टीचर

यह उस समय की बात है जब मैं पढ़ता था। गर्मियों के दि…