मैं क्यों शरमाऊँ

प्रेषक – विजय कुमार हाय, मेरा नाम विजय है। मैं द्वि…

बाबा डर लगता है !

लेखिका : दिव्या डिकोस्टा जब मैं जवान हुई तब मुझे भी…

सिनेमा हॉल में गांड मरवाई

दोस्तो, एक बार फ़िर सनी का गीली गांड से घोड़ी बन कर …

गलत फोन नंबर

प्रेषक : ? प्यारे दोस्तो मैं जबलपुर का रहने वाला एक …

आवारगी-1

प्रेषिका : माया देवी मैं एक अच्छे खाते पीते परिवार …

पड़ोस वाली दीदी की चुदाई स्टोरी-2

अब तक की चुदाई की इस सेक्स स्टोरी के पिछले भाग पड़ोस…

दीदी का राज़

प्रेषिका : शिखा शर्मा आज मैं एक कहानी कहने जा रही ह…

प्यारी मिनी और उसका सरप्राइज-2

अन्तर्वासना के सभी पाठको को नमस्कार ! तीन-चार महीने …

बाप बेटा और बहू

लेखिका : कला सिंह सहयोगी : शमीम बानो कुरेशी मैं ए…

इतनी जल्दी हो गया

हेल्लो दोस्तो! मेरा नाम विनीत है और मैं बहादुरगढ़ मे…